लोगों की मेहनत की कमाई पर हाथ साफ करने के लिए ठग अब नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं। इन्हीं में से एक है फेक कूरियर स्कैम। भारत में फेक कूरियर स्कैम के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों में, खुद को पुलिस अधिकारी बताने वाले धोखेबाजों से कॉल आने के बाद कई लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। ये धोखेबाज पहले तो पीड़ितों से संपर्क करते हैं और उनके नाम से एक अवैध वस्तुओं वाला पार्सल आने का झूठा दावा कर, उन्हें अपने फंसाते हैं। एक बार जब पीड़ित उनके जाल में फंस जाता है, तो धोखेबाज उन्हें पैसे देने का बरगलाते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से धोखेबाजों ने 33.24 लाख रुपये लूट लिए।
एक कॉल ने किया कंगाल, ऐसे किया कांड
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट इस घटना के बारे में बताते हुए कहा कि, बेंगलुरु में रहने वाले एक 39 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को 29 जून को एक फेक फोन कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को FedEx कूरियर सर्विस का एग्जीक्यूटिव बताया और इंजीनियर पर आरोप लगाया कि उनके नाम से एक पैकेज आया है जिसमें अवैध सामग्री है और इसे मुंबई पुलिस ने जब्त कर लिया है। उन्होंने इंजीनियर को आगे बताया कि जब्त किया गया पैकेज उनके आधार नंबर का उपयोग करके ताइवान भेजा जा रहा था।
स्थिति को और अधिक सही बताने के लिए, कॉल करने वाले ने इंजीनियर को खुद को मुंबई का डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस बताने वाले एक व्यक्ति से कनेक्ट किया। नकली पुलिस अधिकारी ने इंजीनियर को बताया कि उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है और मामले को आगे बढ़ाने के लिए उसे ‘डीसीपी’ के साथ स्काइप कॉल में शामिल होने का निर्देश दिया।
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डरा धमकाकर ऐसे लूटें पैसे
यह मानते हुए कि यह कानून प्रवर्तन की ओर से एक सही कॉल है, इंजीनियर स्काइप कॉल में शामिल हो गया। हालांकि, जैसे ही उन्होंने अपनी जानकारी शेयर की, फेक डीसीपी ने वेरिफिकेशन प्रोसेस शुरू करने के लिए उन्हें अलग-अलग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा। इसके अलावा, इंजीनियर को अपने क्रेडेंशियल को वेरिफाई करने के लिए तस्वीरें उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था। फेक डीसीपी ने इंजीनियर को यह भी आश्वासन दिया कि वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरी होने के बाद अकाउंट में जमा किए गए पैसे, उसे वापस कर दिए जाएंगे।
परेशान होकर, इंजीनियर ने उस फर्जी मुंबई पुलिस अधिकारी द्वारा बताए गए कई अकाउंट में लगभग 33,24,859 रुपये ट्रांसफर कर दिए। हालांकि, वादे के मुताबिक उसे रकम वापस नहीं की गई। तब इंजीनियर को यह अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है और उसके बाद इंजीनियर ने साउथ ईस्ट सीईएन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
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IIM फैकल्टी की पत्नी को भी ठगा
इसी तरह की एक घटना में, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर में एक फैकल्टी मेंबर की पत्नी स्कैम का शिकार हो गई और 1.73 लाख रुपये गवां बैठी। 46 साल के प्रोफेसर ने 26 जून को एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि उनकी पत्नी को एक व्यक्ति ने खुद को मुंबई पुलिस नारकोटिक्स डिवीजन अधिकारी के रूप में फोन किया था। प्रोफेसर के अनुसार, धोखेबाज ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी के बैंक अकाउंट में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी अवैध धनराशि प्राप्त हुई थी। उसके बैंक अकाउंट डिटेल को वेरिफाई करने के बहाने, धोखेबाज पुलिस अधिकारी प्रोफेसर की पत्नी को धोखा देने और उससे 1,73,830 रुपये निकालने में कामयाब रहा।
जबकि इन मामलों की जांच जारी है, पुलिस विभाग ने ऐसे लोगों से अलर्ट रहने और कूरियर विभाग या पुलिस विभाग से होने का दिखावा करने वाले किसी भी संदिग्ध कॉल से बचने के लिए कहा है।
इस बीच, अगर आपके पास यह पेक कूरियर स्कैम का कॉल आता है, तो सेफ रहने के लिए नीचे बताए टिप्स को जरूर फॉलो करें:
1. पर्सनल डिटेल शेयर करने से बचें: फोन पर अपनी पर्सनल डिटेल्स, जैसे अपना नाम, पता, बैंक अकाउंट नंबर या क्रेडिट कार्ड नंबर किसी के साथ भी शेयर करने से बचें।
2. कोई तुरंत पैसे की डिमांड करे तो सावधान रहें: अगर आपके पास कोई ऐसा कॉल या ईमेल आ रहा है, जो आपसे तुरंत पैसे भेजने का आग्रह कर रहा है,तो सावधान रहें। वैध कंपनियां आम तौर पर आप पर मौके पर ही जुर्माना या फीस देने का दबाव नहीं डालती हैं।
3. संदिग्ध कम्युनिकेशन को वेरिफाई करें: यदि आपको किसी कॉल या ईमेल संदिग्ध लग रहा है और आप कंफर्म नहीं हैं, तो कॉल काट दें और नंबर ब्लॉक कर दें।
4. स्कैम की रिपोर्ट करें: यदि आप नकली कूरियर स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत पुलिस को इसकी रिपोर्ट करें। इसके अलावा, अपने अकाउंट को ब्लॉक करने के लिए और किसी भी अनधिकृत लेनदेन को रोकने के लिए अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से संपर्क करें।