Monday, May 19, 2025
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कन्नौज के इस देसी पेड़े की दूर-दूर तक डिमांड, 3-4 खाने के बाद भी नहीं भरेगा मन


अंजली शर्मा/कन्नौज. वैसे तो कन्नौज इत्र की खुशबू के लिए पूरे विश्व में विख्यात है लेकिन यहां आपको खाने-पीने में भरपूर मिठास भी मिलेगी. यहां पर बनने वाले पेड़े अलग और शुद्ध तरीके से बनाए जाते हैं. शहर के श्याम जी मिष्ठान भंडार में बनाए जाने वाले शुद्ध खोए के पेड़े पूरे कन्नौज में प्रसिद्ध हैं. इन्हें खरीदने के लिए दूसरे जिलों से भी लोग बड़ी संख्या में यहां आते हैं.

श्याम जी मिष्ठान भंडार के नाम से कन्नौज के मुख्यालय में तिर्वा क्रासिंग के पास ओवरब्रिज के नीचे यह दुकान है. दुकान के मालिक प्रमोद मिश्रा उर्फ पप्पू ने बताया कि यह दुकान करीब 30 साल से ज्यादा पुरानी है और हमारे यहां शुद्ध खोए के पेड़े बनाए जाते हैं. हमारे यहां कई और तरीकों की मिठाइयों का भी कम होता है, लेकिन यहां के पेड़े लोगों को खासा भाते हैं. हमारे यहां पेड़ा 350 रुपये किलो मिलता है.

ऐसे बनते हैं पेड़े
श्याम जी मिष्ठान भंडार में बनने वाले शुद्ध पेड़े बहुत साधारण तरीके से बनते हैं. सबसे पहले दूध लेकर उससे खोया बनाया जाता है. खोए में ड्राई फ्रूट्स, गरी, इलायची डालकर उनको स्वादिष्ट और सुगंधित बनाया जाता है. इसके बाद हाथ से पेड़े को आकार दिया जाता है. पेड़े बनाने के लिए यहां कुछ विशेष तरह के सांचे भी हैं. जिनमें इसकी गोलाई एक बराबर की जाती है. इस पेड़े में मिठास कम होती है, इसलिए इसका स्वाद लोगों को खासा पसंद आता है.

देशभर में यहां के पेड़ों की डिमांड
मिष्ठान भंडार में पेड़ा खाने वाले ग्राहकों ने बताया कि यहां पर जो पेड़े मिलते हैं. इनमें अलग ही मिठास होती है, जो अन्य पेड़ों में नहीं मिल पाती. इन पेड़ों में कुछ विशेष सुगंध भी आती है, जिससे इसकी शुद्धता मापी जा सकती है. यह दो से तीन पेडे़ खाने पर भी आपको ऐसा नहीं लगेगा कि आपने बहुत ज्यादा मीठा खा लिया है.

Tags: Food 18, Kannauj news, Local18



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