हाइलाइट्स
माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित 16 दिन धन, वैभव, खुशहाली, उन्नति के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि 22 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 35 से प्रारंभ हो रही है.
इस बार महालक्ष्मी व्रत का शुभारंभ आयुष्मान योग और ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा.
हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ होता है. माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित 16 दिन धन, वैभव, खुशहाली, उन्नति के लिए महत्वपूर्ण होते हैं. महालक्ष्मी व्रत भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि से आश्विन कृष्ण अष्टमी तक होता है. 16 तिथियों में माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करते हैं. माता लक्ष्मी के आशीर्वाद से गरीबों की झोली भरती है, धन का संकट दूर होता है, आर्थिक स्थिति में सुधार होता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं महालक्ष्मी व्रत कब से कब तक है? महालक्ष्मी व्रत पूजा का मुहूर्त क्या है?
महालक्ष्मी व्रत 2023 कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि 22 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 35 से प्रारंभ हो रही है और यह तिथि 23 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 17 मिनट तक मान्य है. ऐसे में महालक्ष्मी व्रत 22 सितंबर को शुक्रवार से शुरू है.
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महालक्ष्मी व्रत का समापन 6 अक्टूबर दिन शुक्रवार को होगा. उस दिन आश्विन कृष्ण अष्टमी तिथि है. इस साल महालक्ष्मी व्रत 15 दिनों का है.
आयुष्मान योग और मूल नक्षत्र में होगी लक्ष्मी पूजा
इस बार महालक्ष्मी व्रत का शुभारंभ आयुष्मान योग और ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा. लक्ष्मी पूजा के समय आयुष्मान योग और मूल नक्षत्र होगा. इस योग और नक्षत्र को शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है. 22 सितंबर को आयुष्मान योग सुबह से लेकर रात 11:53 पी एम तक है, वहीं ज्येष्ठा नक्षत्र सुबह से दोपहर 03:34 पी एम तक है, उसके बाद से मूल नक्षत्र होगा.
महालक्ष्मी व्रत 2023 पूजा मुहूर्त
22 सितंबर को महालक्ष्मी व्रत की पूजा का मुहूर्त सुबह में 07:40 ए एम से 10:43 ए एम तक, दोपहर में 12:14 पी एम से 01:45 पी एम तक है. वहीं रात में लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त 09:16 पी एम से 10:45 पी एम, देर रात 12:14 ए एम से 01:43 ए एम तक, मध्य रात्रि 01:43 ए एम से 03:12 ए एम तक है.
महालक्ष्मी व्रत का महत्व और फायदे
धन-दौलत में वृद्धि के लिए महालक्ष्मी व्रत रखा जाता है. 15 दिनों में माता लक्ष्मी को उनके प्रिय फूल और भोग अर्पित करते हैं. माता लक्ष्मी की कृपा से खोया धन, दौलत, मान, सम्मान आदि की प्राप्ति होती है. यदि आपको कोई आर्थिक हानि हुई है, आप कंगाली में फंसे हैं, आर्थिक संकट से उबरने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा है तो आपको महालक्ष्मी व्रत करना चाहिए.
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Tags: Dharma Aastha, Laxmi puja, Religion
FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 13:21 IST