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हाइलाइट्स
पौष अमावस्या की तिथि का प्रारंभ 10 जनवरी बुधवार को रात 08 बजकर 10 मिनट से हो रहा है.
पौष अमावस्या के दिन तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि जरूर करना चाहिए.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को पौष अमावस्या होती है. उस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विधान है. यदि आप नदी स्नान नहीं कर सकते हैं तो घर पर ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर लें. स्नान के बाद सूर्य देव को अर्ध्य दें और उसके बाद पितरों को जल से तर्पण दें और उनके लिए श्राद्ध आदि करें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन पितर पृथ्वी पर आते हैं और अपनी संतान से तर्पण, श्राद्ध, दान आदि की अपेक्षा रखते हैं. यदि आपके पितर नाराज हैं तो आपको पौष अमावस्या के दिन तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि जरूर करना चाहिए. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि पौष अमावस्या कब है? पौष अमावस्या को स्नान-दान का मुहूर्त क्या है? पौष अमावस्या को पितरों के लिए श्राद्ध का समय क्या होगा?
पौष अमावस्या 2024 तिथि मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल पौष अमावस्या की तिथि का प्रारंभ 10 जनवरी बुधवार को रात 08 बजकर 10 मिनट से हो रहा है. इसका समापन 11 जनवरी गुरुवार को शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा. उदयातिथि यानि सूर्योदय के समय के आधार पर पौष अमावस्या 11 जनवरी को मनाई जाएगी.
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पौष अमावस्या 2024 स्नान-दान मुहूर्त
11 जनवरी को पौष अमावस्या का स्नान और दान ब्रह्म मुहूर्त से प्रारंभ हो जाएगा. उस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 05 बजकर 27 मिनट से सुबह 06 बजकर 21 मिनट तक है. इसके अलावा उस दिन शुभ-उत्तम मुहूर्त सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक है. ब्रह्म मुहूर्त से सुबह 08:34 एएम तक आप पौष अमावस्या का स्नान-दान करें.
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पौष अमावस्या 2024 श्राद्ध समय
पौष अमावस्या के दिन आप पितरों की तृप्ति के लिए 11:00 एएम के बाद से दोपहर 03:00 पीएम के बीच श्राद्ध कर्म कर सकते हैं. इस समय में आप पितरों के लिए वस्त्र, अन्न, फल आदि का दान करें. उनके लिए पिंडदान कर सकते हैं. पंचबलि कर्म करें यानि ब्राह्मण, गाय, कौआ, पक्षी आदि को भोजन कराएं. इन उपायों से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.
पौष अमावस्या 2024 पर है शिववास
पौष अमावस्या के दिन शिववास भी है. शिववास मां गौरी के साथ प्रात:काल से लेकर शाम 05 बजकर 26 मिनट तक है. इस समय में आप रुद्राभिषेक करा सकते हैं. रुद्राभिषेक के लिए शिववास का होना जरूरी है. पौष अमावस्या के दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजित मुहूर्त 12:08 पीएम से 12:50 पीएम तक है. उस दिन राहुकाल 01:47 पीएम से 03:06 पीएम तक है.
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Tags: Astrology, Dharma Aastha
FIRST PUBLISHED : January 3, 2024, 10:11 IST
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