Home Health कहीं आपको भी तो नहीं है विटामिन A की कमी ? डॉक्टर की सलाह मान लेंगे तो बुढ़ापे में भी नहीं होगी रोशनी की कमी

कहीं आपको भी तो नहीं है विटामिन A की कमी ? डॉक्टर की सलाह मान लेंगे तो बुढ़ापे में भी नहीं होगी रोशनी की कमी

0
कहीं आपको भी तो नहीं है विटामिन A की कमी ? डॉक्टर की सलाह मान लेंगे तो बुढ़ापे में भी नहीं होगी रोशनी की कमी

[ad_1]

हाइलाइट्स

करीब 2.5 लाख से 5 लाख बच्चों को हर साल विटामिन ए की कमी के कारण या तो मौत का शिकार होना पड़ता है.
डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि यंग एज में आमतौर पर विटामिन ए की कमी नहीं होती है.

How to Improve Vision: विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है जो हमारे लिए बेहद जरूरी है. विटामिन ए आंखों को हेल्दी रखने में मदद करता है. इसके अलावा विटामिन ए इम्यूनिट सिस्टम, फर्टिलिटी और स्किन की हेल्थ के लिए भी जरूरी है. अगर विटामिन एक की कमी हो जाए तो दिखाई देने और कंसीव करने में दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा चेस्ट में इंफेक्शन और स्किन में ड्राईनेस आ जाती है. हमारा शरीर विटामिन ए की प्राप्ति फूड से ही करता है. आमतौर पर गरीब देशों में लोगों को विटामिन ए की कमी होती है लेकिन विकासशील देशों में भी कुछ व्यक्तियों को विटामिन ए की कमी हो सकती है.

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक विटामिन ए की कमी का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर होता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिककरीब 2.5 लाख से 5 लाख बच्चों को हर साल विटामिन ए की कमी के कारण या तो मौत का शिकार होना पड़ता है या जीवन भर के लिए आंखों की रोशनी चली जाती है. भारत में विटामिन ए की कमी की हकीकत को लेकर न्यूज 18 ने श्रॉफ आई सेंटर में रेटिना एवं यूविया विशेषज्ञ डॉ. ऋचा प्यारे से बात की.

विटामिन ए की कमी से होने वाली बीमारियां

डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि यंग एज में आमतौर पर विटामिन ए की कमी नहीं होती क्योंकि कई तरह के फूड में विटामिन ए पाया जाता है जिसका हर कोई अब सेवन करने लगा है. उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में विटामिन ए की कमी हो सकती है जिसके कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. अगर बच्चों में विटामिन ए की कमी है तो उसे नाइट ब्लाइंडनेस यानी रंतौधी हो सकती है. अगर व्यक्ति पहले से हेल्दी नहीं है और विटामिन ए युक्त भोजन नहीं ले रहा है तो उसे भी रंतौंधी की बीमारी हो सकती है. वहीं कुछ लोगों में एज रिलेटेड दिक्कतें हो सकती है. इससे रेटिना प्रभावित हो सकता है. डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि ऐसे मामलों में हम एरेड्स (एज रिलेटेड आई डिजीज स्टडीज) कॉम्बिनेशन देकर मरीज को ठीक करते हैं. डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि छोटे बच्चों को विटामिन ए की कमी ज्यादा हो सकती है. इसलिए जब मिजल्स की टीका लगाया जाता है तभी बच्चों को विटामिन ए का भी एक शॉट दिया जाता है.

विटामिन ए की कमी के लिए क्या खाना चाहिए

डॉ. ऋचा प्यारे ने बताया कि यदि आप हेल्दी डाइट लेते हैं तो आपको अलग से कुछ भी लेने की जरूरत नहीं होती है. इन चीजों से प्राप्त विटामिन ए हमारे शरीर के लिए पर्याप्त है. लेकिन यदि आप हेल्दी डाइट नहीं लेते हैं तो इससे न सिर्फ आंखों को बल्कि शरीर में कई अंगों को परेशानी हो सकती है. हेल्दी डाइट का मतलब है कि रोजना आप अनाज, हरी सब्जियां और फ्रूट्स का सेवन कर रहे हैं. लेकिन यदि आप अक्सर फास्ट फूड या जंक फूड खाते हैं तो इससे आंखों को परेशानी होगी. जब विटामिन ए की कमी होने लगेगी तो शरीर के कई अंगों पर असर होगा. इसलिए रोजाना अपनी डाइट में साबुत अनाज, हरी पत्तीदार सब्जियां और कलरफुल फ्रूट का सेवन करें. इससे आंखों की सेहत अच्छी रहेगी.



कैसे समझें कि विटामिन ए की कमी है

आमतौर पर जब विटामिन ए की कमी होती है तो स्किन में ड्राईनेस ज्यादा आने लगती है. इसके साथ ही आंखों में ड्राईनेस आ जाती है. वहीं अगर रात को देखने में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं क्योंकि इससे रंतौधी की बीमारी हो सकती है. कुछ लोगों में विटामिन ए की कमी के कारण फर्टिलिटी की भी समस्या हो जाती है. अगर बच्चों में विटामिन ए की कमी हो जाए तो बच्चों का विकास सही से नहीं हो पाता है.

इसे भी पढ़ें-खुद से मल्टीविटामिन लेना शरीर में मचा सकती है तबाही, शरीर के इन अंगों को बना देगा टॉक्सिन का घर, डॉक्टर ने दी चेतावनी

इसे भी पढ़ें-क्या होगा अगर कोई 15 दिन तक न खाए सब्जी? शरीर में कौन सी बीमारियां होंगी, डॉक्टर ने बताई सच्चाई

Tags: Health, Health tips, Lifestyle

[ad_2]

Source link