Home Life Style कान के पीछे होने वाला पिंपल से हैं परेशान, तो इन टिप्स को फॉलो करें ये टिप्स

कान के पीछे होने वाला पिंपल से हैं परेशान, तो इन टिप्स को फॉलो करें ये टिप्स

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कान के पीछे होने वाला पिंपल से हैं परेशान, तो इन टिप्स को फॉलो करें ये टिप्स

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हाइलाइट्स

पिंपल्‍स से छुटकारा पाने के लिए सफाई का ध्‍यान रखें.
कान के पीछे पिंपल्‍स बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन हो सकता है.
पिंपल्‍स में टी ट्री ऑयल से मिल सकता है आराम.

How To Get Rid Of Pimple Behind The Ear: पिंपल्‍स की समस्‍या आमतौर पर चेहरे या पीठ पर होती है लेकिन कुछ मामलों में ये इतने बढ़ जाते हैं कि कान के पीछे भी होने लगते हैं. कान के पीछे होने वाले‍ पिंपल्‍स बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन की वजह से होते हैं. वैसे तो ये दानें सामान्‍य होते हैं लेकिन कभी-कभी इनमें दर्द और खुजली की समस्‍या हो सकती है. ये पिंपल परेशान तो नहीं करते हैं और चेहरे के पिंपल्‍स की तरह अपने आप ठीक भी हो जाते हैं लेकिन कई बार ये अधिक बड़े और घाव के रूप में उभर सकते हैं. कान के पीछे निकलने वाले पिंपल को ठीक करने और इन्‍हें रिमूव करने के लिए घरेलू चीजों का उपयोग अधिक फायदेमंद हो सकता है. चलिए जानते हैं कौन सी चीजें पिंपल्‍स से छुटकारा दिला सकती हैं.

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क्‍या हैं कान के पीछे पिंपल्‍स के कारण
स्‍टाइल क्रेज के अनुसार कान के पीछे पिंपल्‍स तब होते हैं जब स्किन के पोर्स डैड सेल्‍स से भर जाते हैं और रोगाणुओं से संक्रमित हो जाते हैं. इसके अन्‍य कारण भी हो सकते हैं.
– खराब हाइजीन हेबिट
– ड्राई और ह्यूमिड वातावरण
– चश्मे के कारण
– कान छिदवाने से
– गलत डाइट के कारण
– कॉमेडोजेनिक कॉस्‍मेटिक का प्रयोग

कैसे पाएं कान के पीछे के पिंपल्‍स से छुटकारा
कोल्‍ड कंप्रेस: बार-बार आइस पैक और कोल्‍ड कंप्रेस लगाने से सूजन कम करने में मदद मिल सकती है. इससे स्किन की गर्मी को भी शांत किया जा सकता है. कोल्‍ड कंप्रेस को मुहांसों के घाव पर कम से कम 5 मिनट तक लगाएं. इससे जल्‍द आराम मिल सकता है.

टी-ट्री ऑयल
टी-ट्री ऑयल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. ये पिंपल्‍स पैदा करने वाले कीटाणुओं से लड़ने में मदद कर सकते हैं. इसका प्रयोग करने के लिए रूई के फाहे में टी-ट्री ऑयल को डुबोएं और पिंपल पर लगाएं. रातभर इसे पिंपल पर लगा रहने दें.

अंडे का सफेद भाग और शहद
अंडे की सफेदी स्किन पोर्स के आकार को कम करती है और स्किन में कसाव लाती है. वहीं शहद में एंटी-बैक्‍टीरियल गुण होते हैं जो पिंपल पैदा करने वाले बैक्‍टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं. एक अंडे के सफेद भाग और एक चम्‍मच शहद को अच्‍छी तरह ब्‍लैंड कर लें. फिर इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाएं. 20-30 मिनट बाद इसे पानी से धो लें.

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दही और ओटमील
ओटमील में एंटी-ऑक्‍सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुहांसों को ठीक कर सकते हैं. इसके अलावा दही में प्रोबायोटिक्‍स होते हैं जो मुहांसों को कम करने में मदद कर सकते हैं. इन सभी चीजों को पिंपल पर लगाने से पहले शहद के साथ मिलाएं. ओटमील सॉफ्ट होने पर इसे पिंपल पर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर सादे पानी से धो लें.
कान के पीछे होने वाले पिंपल्‍स को ठीक करने के लिए घरेलू चीजों का प्रयोग किया जा सकता है. लेकिन अधिक समस्‍या होने पर चिकित्‍सक की सलाह अनुसार ही इसका प्रयोग करें.

Tags: Fashion, Lifestyle

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