Thursday, May 15, 2025
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किस जंग के लिए ब्राजील, कोलंबिया समेत 8 देश हुए एकजुट? किसे होगा फायदा


Joint action: ब्राजील के शहर बलेम में ब्राजील, बोलीविया, कोलंबिया और पेरू के राष्‍ट्रपति, जबकि इक्‍वाडोर, गुयाना, सूरीनाम व वेनेजुएला के प्रमुख अधिकारी अमेजन जंगल को बचाने के मकसद से इकट्ठे हुए. अमेजन जंगल के इलाके वाले इन देशों ने औद्योगिक देशों से वर्षा वनों को बचाने के लिए ज्‍यादा कोशिश करने को कहा है. बलेम में ये दो दिनी बैठक अमेजन को-ऑपरेशन ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन ने कराई, जो अमेजन जंगल के इलाकों के देशों का 45 साल पुराना गठबंधन है. ये इस संगठन की 45 साल में सिर्फ तीन बैठक हुई हैं. पिछली बैठक 14 साल पहले हुई थी. इस बार की बैठक में शामिल देश अमेजन को लेकर एक विकास कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं ताकि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनकी बात सुनी जाए.

बेलम की बैठक में अमेजन के इलाके वाले देश जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम बनाने के मकसद से इकट्ठे हुए थे. इस दौरान दक्षिण अमेरिकी देशों ने कहा कि वर्षा वनों को हो रहे नुकसान को कुछ लोग नहीं रोक सकते. ब्राजील, कोलंबिया और बोलीविया के राष्ट्रपतियों ने पहले दिन साझा बयान दिया, जिसमें उन्‍होंने अमेजन को खत्‍म को रोकने के लिए कटाई को रोकने की बात कही. उन्होंने अमेजन जंगल के इलाके में आर्थिक विकास की जरूरत पर भी जोर दिया. बता दें कि कुछ शोध रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेजन जंगलों के 25 फीसदी खत्‍म होने पर बारिश में बहुत ज्‍यादा कमी आ जाएगी. अगर ऐसा हुआ तो अमेजन का करीब आधा हिस्सा घास के मैदान में तब्‍दील हो जाएगा.

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मुनाफे के लिए करते रहे जंगलों की कटाई
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा अमेजन को लेकर वैश्विक चिंता का फायदा उठाने की रणनीति पर चलना चाहते हैं. उनके शुरुआती 7 महीने के कार्यकाल में ही जंगल कटाई में 42 फीसदी की गिरावट आई है. अब उन्‍होंने जंगलों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है. अमेजन जंगल भारत से दोगुने इलाके में फैले हुए हैं. उसका दो-तिहाई हिस्सा ब्राजील में है. वहीं, बाकी एक तिहाई हिस्सा सात दूसरे देशों में फैला है. आर्थिक फायदा लेने के लिए इन जंगलों में लंबे समय से कटाई की जा रही है. इससे यहां की समृद्ध जैव विविधता और यहां के मूलनिवासियों को बहुत नुकसान हुआ है.

अमेजन जंगल भारत से दोगुने इलाके में फैले हुए हैं. उसका दो-तिहाई हिस्सा ब्राजील में है. (Image: File Photo)

ब्राजील ने 2022 में 50 लाख एकड़ वन काटे
कुछ अध्‍ययनों में पुष्टि की गई है कि ब्राजील 2022 में दुनियाभर में करीब आधे जंगलों की सफाई का जिम्‍मेदार है. ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि क्या राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा अमेजन के वर्षावनों को बचाने का वादा निभा पाएंगे? ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के चार साल के कार्यकाल में अमेजन के बड़े इलाके में खनन, पशुओं के बाड़ों और सोयाबीन की खेती के लिए जमकर कटाई की गई. साल 2022 में करीब 50 लाख एकड़ जंगल की कटाई कर खत्‍म कर दिया गया. बोलसोनारो के शासनकाल में 2019 से 2022 के के दौरान वनों की कटाई से जुड़े नियमों और पाबंदियों को कमजोर किया गया.

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बोलसोनारो की नीतियों से हुआ बड़ा नुकसान
पूर्व राष्‍ट्रपति बोलसोनारो के प्रशासन ने पर्यावरण से जुड़े अपराधों की निगरानी करने वाली एजेंसियों के बजट कम कर दिए. वहीं, मूल निवासियों की जमीन पर जंगल को तबाह करने वाले खनन की इजाजत देने वाले कानूनों की राह आसान कर दी. इससे पहले 2015 में ब्राजील करीब-करीब एक चौथाई से ज्यादा उष्णकटिबंधीय वनों की कटाई का जिम्मेदार था. ये दुनिया के सबसे पुराने वन हैं, जिन्‍हें पहले कभी किसी ने नहीं काटा था. शोध संगठन वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्‍टटीट्यूट की नई ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच रिपोर्ट के मुताबिक, ये आंकड़ा 2022 में बढ़कर 43 फीसदी हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक 2005 से देश ने आग की घटनाओं से अलग सबसे ज्यादा तादाद में पेड़ गंवाए.

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कांगो-बोलीविया ने भी गंवा दिए हैं जंगल
अब ब्राजील में नए नेता सत्‍ता में हैं. राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डि सिल्वा ने जनवरी 2023 में कार्यभार संभाला. उन्होंने वादा किया कि 2030 तक अमेजन में अवैध कटाई को रोक दिया जाएगा. ब्राजील के पर्यावरण वैज्ञानिक और इंडियाना यूनिवर्सिटी ब्लूमिंगटन में पोस्टडॉक के जरिये इंसान और कुदरत के बीच इंट्रेक्‍शन का अध्ययन कर रहे पाउलो मसोका का कहना है कि यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य है. डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, मसोका ने कहा कि लोग जंगलों को साफ कर रहे हैं, सट्टा लगा रहे हैं और पैसा कमाना चाहते हैं. आज भी हमें वन संसाधनों की परवाह नहीं है. पिछले साल सबसे ज्यादा पेड़ गंवाने वाला देशों में ब्राजील सबसे ऊपर, कांगो दूसरे और बोलीविया तीसरे नंबर पर थे.

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पिछले साल सबसे ज्यादा पेड़ गंवाने वाला देशों में ब्राजील सबसे ऊपर, कांगो दूसरे और बोलीविया तीसरे नंबर पर थे. (फोटो: रॉयटर)

जुलाई 2023 में वनों की कटाई में कमी
2022 में उष्णकटिबंधीय प्राथमिक वनों में कमी 10 फीसदी बढ़कर 41 लाख हेक्टेयर हो गई थी. बता दें कि लूला सरकार के प्रयासों से ब्राजील के अमेजन इलाके में वनों को काटने की दर में जुलाई 2023 के दौरान 66 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. बता दें कि जुलाई वर्षावनों के कम होने की शुरुआत का महीना होता है. अमेजन में जुलाई के महीने में सूखे मौसम की शुरुआत होती है. ऐसे में जुलाई 2022 के मुकाबले जुलाई 2023 में आई कमी ज्‍यादा अहम हो जाती है. अगर अमेजन जंगल के इलाके वाले देश वर्षावनों को बचाने में कामयाब हो जाते हैं तो इससे पूरी दुनिया को फायदा मिलेगा. बता दें कि अमेजन के जंगलों को धरती के लंग्‍स कहा जाता है.

Tags: Brazil, Deforestation, Forest and Climate Change, Global warming



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