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Color Increase Inner Happiness: क्या आपको पता है कि कुछ रंगों के कपड़े पहनने से आपको अंदर से खुशी मिलती है. इसका क्या कारण हैं जानते हैं. वैज्ञानिकों को इसका जवाब मिल गया है.
किस रंग के कपड़े से मिलती है खुशी.
Color Increase Inner Happiness: क्या कभी आपने गौर किया है कि किसी लड़की को देखते ही या किसी लड़के को देखते ही आपका दिल बाग-बाग हो जाता है. बेशक कभी-कभी उसकी सुंदरता नहीं खींचती बल्कि उसके कपड़े का रंग आपको आकर्षित कर देता है और इससे आपका मुरझाया हुआ मन भी झूम उठता है. यह कमाल रंग का होता है. वैज्ञानिकों को पता चला है कि मूड को ठीक करने में रंग का बहुत बड़ा योगदान है. हर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय के एक अध्ययन ने पुष्टि की कि कपड़े पहनने का तरीका हमारे मूड को सीधे प्रभावित करता है. यह कपड़ों की मनोवैज्ञानिक ताकत को दर्शाता है, जो खुशी और संतोष का सबब बनते हैं.अध्ययन में पाया गया कि पीला या नारंगी जैसे चटकीले रंग आंतरिक संतुष्टि और खुशी को दोगुना बढ़ा देते हैं, जिसका कारण डोपामाइन हार्मोन का बढ़ा लेवल होता है. रंग के कारण डोपामाइन लेवल बढ़ता है और फिर जिंदगी खुशरंग हो जाती है!
क्या है डोपामाइन
वास्तव में हमारे मूड को बेहतर बनाने में कई हार्मोन का काम होता है जिसमें डोपामाइन प्रमुख है. डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर और हार्मोन है, जो मस्तिष्क में काम करता है. यह एक रासायनिक संदेशवाहक है और तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संदेशों को संचारित करता है. अध्ययनों से पता चलता है कि अलग-अलग रंग आपके दिमाग के विभिन्न हिस्सों को सक्रिय करते हैं. आयुष निदेशालय दिल्ली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसएजी) और इहबास इकाई के प्रभारी डॉक्टर अशोक शर्मा ने बताया कि हमारी जिंदगी रेनबो की तरह है. इसमें हमारे अलग-अलग भाव होते हैं. कभी हम खुश होते हैं, तो कभी दुखी होते हैं.कभी जीवन उमंग भरा होता है तो बहुत रंग दिखते हैं और कभी दुखी होते हैं तो जिंदगी बेरंग हो जाती है. इसे लेकर रिसर्च भी खूब हुई है. इन रिसर्च में रंग के प्रभाव को समझा गया है.
पीला रंग खुशी से जुड़ा हुआ
रिपोर्ट के मुताबिक रंग मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस को संदेश भेजते हैं. ये आपके मूड को बदलते हैं और इसमें हार्मोन रिलीज करने की ताकत होती है. मनोवैज्ञानिकों की मानें तो खासतौर पर पीला और नारंगी रंग खुशी से जुड़ा होता है. पीला रंग हंसमुख और संतोष को दर्शाता है. एक अध्ययन में पाया गया कि खुश लोग पीले रंग को अपनी भावनाओं के लिए चुनते हैं, जबकि उदास लोग ग्रे रंग को चुनते हैं. पीले रंग में बना ‘स्माइली’ इस खुशी की सबसे बड़ी मिसाल है, जिसे 1960 में एक डिजाइनर ने कर्मचारियों का मूड बेहतर करने के लिए बनाया था. स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, नीला रंग भी मूड को शांत करता है और सोशल मीडिया पर ‘डोपामाइन ड्रेसिंग’ का ट्रेंड भी इस बात को दर्शाता है कि कुछ लोग चटकीले रंग वाले कपड़े पहनकर खुशी महसूस करते हैं. एक अध्ययन के मुताबिक, अगर मूड को सही रखना है तो इसमें सबसे अच्छी भूमिका सही रंग के कपड़े निभाते हैं. पीले और नारंगी रंग को अपनी ज़िंदगी में शामिल करके खुशियों को दोगुना किया जा सकता है.