Sunday, December 15, 2024
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केजरीवाल सरकार ने इन अस्पतालों के MD और MS की नई तैनाती, जानें पुराना रिकॉर्ड


नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (LG VK Saxena) और मुख्यमंत्री अरंविद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के तनातनी के बीच राजधानी के कई अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और मेडिकल डायरेक्टर बदले गए हैं. दिल्ली सरकार के अंतगर्त आने वाले डॉ. हेडगेवार आरोग्य संस्थान, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, भगवान महावीर अस्पताल, दीप चंद बंधु अस्पताल को नया चिकित्सा अधीक्षक और मेडिकल डायरेक्टर मिला है. ताज्जुब की बात यह है कि इन अस्पतालों के संचालन की जिम्मेदारी पहले से ही दूसरे अस्पतालों में तैनात मेडिकल डायरेक्टर और मेडिकल सुपरिटेंडेंट के हाथों में होगा. इनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जिनपर पहले से ही विवाद रहा है. पिछले कई दिनों से कुछ मेडिकल डायरेक्टर की बदलने की बात हो रही थी, क्योंकि उन्होंने 3 साल का टर्म पूरा कर लिया था.

एलजी और दिल्ली सरकार की लड़ाई के बीच में बुधवार यानी 21 जून को दिल्ली सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी (एचआर मेडिकल) ने एक नया नोटिफिकेशन जारी किया है. इस नोटिस में गुरु तेग बहादुर अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर को डॉ. हेडगेवार आरोग्य संस्थान, एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, इंदिरा गांधी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर को डायरेक्टर प्रींसिपल बीएसएएमसीएच, बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को एमडी डॉ बीएसएएच, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को भगवान महावीर अस्पताल का एमएस और अत्तर सैन जैन हॉस्पिटल के एमएस को दीप चंद बंधु अस्पताल का मेडिकल सुपरिटेडेंट का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के कई अस्पतालों के चिकित्सा निदेशक और अधीक्षकों की नई तैनाती की है.

दिल्ली में इन अस्पतालों के मिले नए प्रशासक
आपको बता दें कि साल 2020 में कोरोना काल के दौरान मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ सुरेश कुमार को एलएनजेपी अस्पताल का नया चिकित्सा निदेशक नियुक्त किया गया था. कोरोना काल में यह अस्पताल दिल्ली का एक समर्पित कोविड-19 अस्पताल में तब्दील हुआ था, जो तकरीबन 2022 तक रहा. इस दौरान अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर पर कोर्ट के साथ-साथ केंद्र सरकार ने भी सवाल उठाए थे. एलएनजेपी अस्पताल के मौजूदा मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार को साल 13 मई 2020 को तात्कालीन चिकित्सा निदेशक डॉ. जेसी पासी के जगह पर दिल्ली सरकार ने मेडिकल डायरेक्टर नियुक्त किया था. इस हिसाब से देखा जाए तो डॉ सुरेश कुमार अब किसी भी प्रशासनिक पदों पर नहीं रह सकते.

कुछ नामों को लेकर है इनको आपत्ति
सूत्रों की मानें तो दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार पर केजरीवाल सरकार विशेषतौर पर मेहरबान है. दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को अस्पताल में मिले वीआईपी सुविधा पर कोर्ट ने पहले ही डॉ कुमार को फटकार लगा चुकी है. इसके साथ ही पिछले दिनों सीबीआई के नाम लिखे एक बेनामी पत्र अस्पताल के सभी विभागाध्यक्ष के पास भेजी गई थी, जिसमें डॉ सुरेश कुमार पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. इस बेनामी पत्र में टेंडर और मेडिकल उपकरणों के खरीद-फरोख्त के अलावे और कई तरह के आरोप लगाए गए थे. अस्पताल सूत्रों ने न्यूज 18 हिंदी को बताया कि इस पत्र की जांच तो नहीं की गई, लेकिन पत्र में जिन-जिन लोगों का जिक्र था, उसको एमडी के द्वारा ट्रांसफर कर दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया गया. जिन कर्मचारियों का ट्रांसफर किया गया, उन सभी पर एमडी के साथ मिलीभगत का आरोप पत्र में जिक्र था.

COVID UPDATE

कोरोना काल में भी एलएनजेपी सहित दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों की व्यवस्था खराब होने के आरोप लगे थे. 

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गौरतलब है कि कोरोना काल में भी एलएनजेपी सहित दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों की व्यवस्था खराब होने के आरोप लगे थे. कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए उस समय देश के गृह मंत्री अमित शाह ने एलएनजेपी का दौरा किया था. तब, बीजेपी ने इस अस्पताल की कूव्यवस्था को लेकर दिल्ली के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ-साथ यहां के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार को भी घेरा था.

Tags: Delhi Hospital, Delhi LG, Doctors, Kejriwal Government, LNJP Hospital



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