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Char Dham Yatra 2023: उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से खराब मौसम की वजह से केदारनथ-बदरीनाथ सहित चार धाम यात्रा रूट पर यात्रा की तैयारियों में जुटी प्रशासन की टीम की मुश्किलें भी बढ़ गईं थीं। देश के विभिन्न राज्यों जैसे यूपी, राजस्थान, गुजरात, एमपी से आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी टेंशन होने लगी थी। लेकिन अब राहत की बात है कि राज्य में मौसम में सुधार हुआ है।
उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग, चमोली उत्तरकाशी सहित अन्य जिलों में खिली धूप के बीच चार धाम यात्रा की तैयारियों ने फिर से जोर पकड़ लिया है। मौसम ने राहत दी तो केदारनाथ यात्रा तैयारियों में जुटे विभागों ने राहत की सांस ली। इसी को देखते हुए डीडीएमए ने 110 मजदूरों की टीम को लिंचौली एवं केदारनाथ दोनों तरफ से बर्फ हटाने में लगा दिया।
हालिया बर्फबारी से लोनिवि डीडीएमए को पैदल मार्ग से दोबारा बर्फ हटाने में मेहनत करनी पड़ रही है। बीते तीन दिनों से केदारनाथ पैदल मार्ग लिंचौली से केदारनाथ के बीच बर्फबारी के चलते आवाजाही के लिए बंद है। हालांकि अब मजदूर इसे खोलने में जुटे हैं। बुधवार को डीडीएमए ने 60 मजदूरों को लिंचौली से केदारनाथ की ओर बर्फ हटाने के लिए लगाया है।
बकि 50 मजदूर केदारनाथ से नीचे की ओर बर्फ हटाने में जुटे हैं। इस तरह 110 मजदूरों की टीम पैदल मार्ग को दोनों तरफ से खोलने में जुटी है। भैरव ग्लेशियर में भी ऊपरी क्षेत्र से आई बड़ी संख्या में बर्फ को हटाने के लिए मजदूरों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि डीडीएमए जल्द ही पैदल मार्ग पर आवाजाही सुचारू करने के दावे कर रहा है।
डीडीएमए के ईई प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि हमारे पास पर्याप्त संख्या में मजदूर हैं। आज ही मौसम खुला तो तेजी से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है। बताया कि यात्रा की तैयारियां पूरी जोर से की जा रहीं हैं। बताया कि चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर लीं जाएंगी।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुलेंगे
उत्तरकाशी,संवाददाता।गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट आगामी 22 अप्रैल को खुलेंगे। चैत्र प्रतिपदा एवं नवरात्र के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त निकाला गया। जिसमें अक्षय तृतीया पर प्रात 12 बजकर 35 मिनट पर विधिवत पूजा-अर्चना एवं वैदिक मंत्रोचार के साथ गंगोत्री धाम के कपाट देश विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनाथ खोल दिए जाएंगे।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल व सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि मां गंगा की उत्सव डोली 21 अप्रैल को अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा से दोपहर 1215 मिनट पर गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी, जो रात्रि को भैरों घाटी में विश्राम करेगी। अगले दिन 22 अप्रैल की सुबह मां गंगा की डोली 09 बजे गंगोत्री धाम पहुंचेगी।
जहां पर गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रत्त्नाम एवं विधिवत हवन पूजन करने के बाद दोपहर 1235 बजे पर सर्व आमृत सिद्धि योग में गंगोत्री धाम के कपाट देश विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे। वहीं दूसरी ओर इसी दिन यमुनोत्री धाम के कपाट भी अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जायेंगे।
मुनोत्री मंदिर समिति के सचिव भागेश्वर उनियाल ने बताया कि 22 अप्रैल को ही यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनाथ खोल दिए जायेंगे। जिसके लिए छटवें नवरात्र अर्थात यमुना जयंती पर कपाट खुलने का मुहूर्त निकाला जायेगा। इसके बाद प्रदेश में चारधाम यात्रा विधिवत रूप से शुरू होगी और श्रद्धालु अगले छह माह तक गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम में ही मां गंगा व यमुना के दर्शन कर सकेंगे।
बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे
बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को प्रात 710 पर खुल जाएंगे। 5 अप्रैल को बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ,धर्म अधिकारी व वेद पाठियों द्वारा जोशीमठ के नरसिंह बदरी मंदिर में वैदिक पूजा अनुष्ठान कर भगवान नरसिंह से बदरीनाथ की यात्रा शुरू करने की अनुमति मांगी जाएगी। इसके बाद शंकराचार्य की आराध्य गद्दी जोशीमठ से पांडुकेश्वर के लिए रवाना होगी, इससे पहले जोशीमठ से भगवान बदरी विशाल का खजाना, बदरी विशाल का वाहन गरुड़ रवाना किए जाएंगे।
ऊखीमठ में 20 तक कर सकते हैं बाबा केदार के दर्शन
भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में 20 अप्रैल तक भगवान केदारनाथ के दर्शन होंगे। जबकि इसके बाद बाबा केदारनाथ धाम में भक्तों को दर्शन देंगे। दरअसल छह महीने ऊखीमठ और छह महीने केदारनाथ धाम में केदारनाथ के दर्शन करने की परम्परा है।
इस बार 25 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर मेष लग्न में केदारनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। ऊखीमठ से केदारनाथ के लिए बाबा केदार की डोली प्रस्थान से पूर्व ऊखीमठ में 20 अप्रैल को भैरवनाथ की पूजा की जाएगी। जबकि 21 अप्रैल को डोली ओंकारेश्वर मंदिर से केदारनाथ के लिए प्रस्थान करेगी। डोली 22 को फाटा, 23 को गौरीकुंड और 24 को डोली केदारनाथ धाम पहुंचेगी जहां 25 अप्रैल को 6 बजकर 20 मिनट पर मेष लग्न में केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे।
चारों धामों व्हाट्सअप सहित चार विकल्पों से कराएं पंजीकरण
यात्रियों को आधार कार्ड के साथ यात्रा करनी होगी। पंजीकरण में भी आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। यात्री वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा।
गाड़ियों के लिए यहां करें पंजीकरण
बाहर से आने वाले वाहनों के लिए greencard.uk.gov.in पर पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। इस वेबसाइट पर पंजीकरण ग्रीन कार्ड बनाए जा सकते हैं। ग्रीन कार्ड चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी कमर्शियल वाहनों का बनता है। इसमें वाहन और ड्राइवर के ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी होती है, इसके बाद सभी कागजात साथ में रखने की जरूरत नहीं होगी।
वाहन का तकनीकी और भौतिक दशा का निरीक्षण करने के बाद यह कार्ड दिया जाएगा। अप्रैल प्रथम सप्ताह से ग्रीन कार्ड बनने शुरू होंगे। इसके साथ ही ट्रिप कार्ड बनेंगे। ट्रिप कार्ड में यात्रियों का पूरा डिटेल होगा।
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