उत्तराखंड: मैदानी इलाकों में बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी है। इस बेमौसम बर्फबारी से केदारनाथ यात्रा प्रभावित हो रही हैं। पहले मौसम को देखते हुए केदारनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन पंजीकरण 5 मई तक के लिए रोक दिया गया था। वहीं, केदारनाथ में भारी बर्फबारी और बारिश की वजह से बुधवार 03 मई को यात्रा स्थगित रही, जबकि धाम की ओर जा रहे श्रद्धालुओं को ऋषिकेश, श्रीनगर, सोनप्रयाग सहित कई जगहों पर आगे बढ़ने से रोक दिया गया।
यात्रा पड़ावों में ही ठहरने का अनुरोध किया गया
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने केदारनाथ में भारी बर्फबारी के चलते तीर्थयात्रियों से फिलहाल यात्रा पड़ावों में ही ठहरने का अनुरोध किया है। अशोक कुमार ने एक ट्वीट किया, “आज भी श्री केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी जारी है। श्री केदारनाथ यात्रा आज के लिए रोकी गई है। सभी यात्री सुरक्षित स्थानों व यात्रा पड़ावों में जहां हैं, वहीं बने रहें और केदारनाथ धाम की ओर न आएं।”
बदरीनाथ या गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा करने की सलाह
खराब मौसम के मद्देनजर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक स्वयं मंगलवार को केदारनाथ गए थे। केदारनाथ में लगातार बर्फबारी के कारण पुलिस, तीर्थयात्रियों को ऋषिकेश, श्रीनगर, गौरीकुंड, फाटा, सोनप्रयाग सहित कई स्थानों पर आगे बढ़ने से रोक रही है और उन्हें मौसम सुधरने तक वहीं रूकने को कहा जा रहा है। तीर्थयात्रियों को यह भी सलाह दी जा रही है कि अगर वे चाहें तो इस दौरान बदरीनाथ या गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा कर सकते हैं।
ऋषिकेश में धर्मशाला व होटलों का ब्यौरा है तैयार
गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक करण सिंह नग्न्याल ने बताया कि केदारनाथ में लगातार मौसम खराब बना हुआ है, जिसके चलते तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते उन्हें विभिन्न स्थानों पर रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में दैनिक आधार पर समीक्षा करने के बाद फैसले लिए जा रहे हैं। ऋषिकेश के उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल ने बताया कि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने ऋषिकेश में धर्मशाला व होटलों का ब्यौरा तैयार रखा हुआ है। उन्होंने बताया कि यात्रा में व्यावधान आने के कारण तीर्थयात्रियों को उनकी जरूरत के हिसाब से कमरे उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
पैदल मार्ग पर हिमनद का एक हिस्सा टूटकर आ गया
इस बीच, शाम को केदारनाथ पैदल मार्ग पर हिमनद का एक हिस्सा टूटकर आ गया, जिसके कारण मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने नंदन सिंह रजवार ने बताया कि भैरव और कुबेर हिमनद का एक हिस्सा टूट कर पैदल मार्ग पर आ गया है। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल और रूद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन बल की टीमें मौके पर तैनात हैं, लेकिन मौसम साफ होने के बाद ही पैदल रास्ते से बर्फ हटाई जा सकेगी।