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बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री और समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों चर्चा में हैं। दोनों का चर्चा में होना भले ही अलग-अलग कारणों से हो लेकिन एक दूसरे पर दोनों के हमले हो रहे हैं। गुरुवार को एक बार फिर धीरेंद्र शास्त्री ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर तीखा निशाना साधा है। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य को कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी बताया। इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने धीरेंद्र शास्त्री को ढोंगी और पाखंडी बताया था।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे थे। यहां पर एक बार फिर उन्होंने भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग दोहराई। माघ मेले में पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री ने सबसे पहले संगम स्नान किया और फिर महामंडलेश्वर संतोष दास ‘सतुआ बाबा’ और स्वामी राघवाचार्य के शिविर में गए। धीरेंद्र शास्त्री ने दोनों ही जगह मंच से भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग रखी।
अपनी इस मांग के लिए हाथ उठवाकर लोगों का समर्थन भी लिया। माघ मेला से वह यमुनापार के मेजा गए। वहां कुंवरपट्टी में आयोजित मां शीतला कृपा महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने दस दुखियारों की पर्ची भी निकाली। यहां उन्होंने कहा कि हम धर्म के बवाली डरने वाले नहीं हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रामचरित मानस पर अभद्र टिप्पणी करने वालों को कैंसर रोगी बताया। उन्होंने कहा कि मानस पर अभद्र टिप्पणी कोई बीमार व्यक्ति ही कर सकता है। राम हमारे आदर्श और हमारी आत्मा हैं। ऐसे लोगों को भारत में रहने का अधिकार नहीं है।
धीरेंद्र शास्त्री से जब पूछा गया कि भविष्य बताना कला है या शक्ति तो उन्होंने ने कहा कि यह सिद्धि है। जो गुरु और ईश्वर की कृपा से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि ‘मैं सौभाग्यशाली हूं, जिसे संगम में स्नान का अवसर मिला।’ यहां आकर संगम के साथ ही पूज्य संतों के चरणों की भी रज मिली है।
हम हमेशा से संतों के अनुयायी
जगद्गुरु स्वामी राघवाचार्य के शिविर में संबोधन के दौरान शिकागो के धर्म सम्मेलन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हम भारतवासी हमेशा से ही संतों के अनुयायी रहे हैं। हमारे संतों का चरित्र भी विशेष है। कहा कि भारत विश्व गुरु तो है ही अब इसे हिन्दू राष्ट्र बनाना है। वह लगभग एक घंटे तक स्वामी राघवाचार्य के शिविर में रहे। इसके पूर्व सतुआ बाबा के शिविर में उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों को सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि आज इस दास को तीर्थराज प्रयागराज में मौजूद संतों की चरणरज को मस्तक पर धारण करने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि हम सब साथ हों तो भारत हिन्दू राष्ट्र हो। अपने अंदाज में बोले- ‘मेरे पागलों, जितने दिन तक सोते रहे तो सोते रहे, न तो हम कोई राजनेता हैं और न हमें राजनीति करनी है, न तुम्हारी मीडिया पर आने के लिए यह बात बोल रहे हैं, विनम्रता पूर्वक हम तो अपनी बात करने आए हैं।’
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