Home Education & Jobs कोटा या दिल्ली नहीं…सेल्फ स्टडी से NEET में रचा इतिहास, सीतामढ़ी की मुस्कान अब बनेगी डॉक्टर, रैंक भी शानदार

कोटा या दिल्ली नहीं…सेल्फ स्टडी से NEET में रचा इतिहास, सीतामढ़ी की मुस्कान अब बनेगी डॉक्टर, रैंक भी शानदार

0
कोटा या दिल्ली नहीं…सेल्फ स्टडी से NEET में रचा इतिहास, सीतामढ़ी की मुस्कान अब बनेगी डॉक्टर, रैंक भी शानदार

[ad_1]

Last Updated:

मुस्कान आनंद ने नीट यूजी 2025 में 643 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंक 112 पाई है. बिना कोचिंग के सेल्फ स्टडी से यह सफलता पाई. उनकी कामयाबी सीतामढ़ी और बिहार को गर्वित करती है.

हाइलाइट्स

  • मुस्कान आनंद ने नीट यूजी 2025 में 643 अंक हासिल किए.
  • बिना कोचिंग के सेल्फ स्टडी से मुस्कान ने सफलता पाई.
  • मुस्कान की कामयाबी सीतामढ़ी और बिहार को गर्वित करती है.

सीतामढ़ी: बसबरिया की रहने वाली मुस्कान आनंद ने नीट यूजी 2025 में कमाल कर दिया है. बिना किसी बड़े कोचिंग संस्थान की मदद के सिर्फ सेल्फ स्टडी और मॉक टेस्ट के दम पर मुस्कान ने 720 में से 643 अंक हासिल किए हैं. इस शानदार प्रदर्शन के साथ उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 112, ओबीसी कैटेगरी में 26वीं रैंक और लड़कियों में 20वां स्थान पाया है.

मुस्कान की इस कामयाबी पर उनके दादा शंकर प्रसाद, पिता शशि भूषण कुमार और मां रिंकी देवी बेहद खुश हैं. पूरे परिवार में जश्न का माहौल है. पिता ने बताया कि मुस्कान शुरू से ही पढ़ाई को लेकर बहुत गंभीर रही हैं. उन्होंने कहा, “मुस्कान की मेहनत, लगन और अनुशासन का ही नतीजा है कि उसने पहली ही कोशिश में इतना बड़ा मुकाम हासिल किया.”

मॉक टेस्ट से हुआ फायदा
Local18 से बातचीत में मुस्कान ने बताया कि उन्होंने पूरी तैयारी अपने स्कूल कैंपस से ही की. वे नारायणा स्कूल, विजयवाड़ा में पढ़ती हैं. वहां के शिक्षकों ने उन्हें हर टॉपिक को अच्छे से समझाया, जिससे उनकी नींव मजबूत हुई.

सोशल मीडिया से दूरी
मुस्कान ने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई पर पूरा ध्यान दिया. उन्होंने किसी भी बाहरी कोचिंग या ऑनलाइन कोर्स का सहारा नहीं लिया. वे कहती हैं, “हर चैप्टर को अच्छी तरह समझकर खुद से मॉक टेस्ट देना ही मेरी सबसे बड़ी तैयारी थी.”

स्कूल में हुई परीक्षाएं और खुद बनाए गए मॉक टेस्ट ने उन्हें बार-बार खुद को जांचने और सुधारने का मौका दिया. उनका मानना है कि अगर कोई छात्र सेल्फ स्टडी को गंभीरता से ले, तो वो किसी भी बड़ी परीक्षा को पास कर सकता है.

सीतामढ़ी की बेटी बनी प्रेरणा
मुस्कान की इस कामयाबी पर जिलेभर से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं. स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि और शिक्षक वर्ग भी उनकी तारीफ कर रहे हैं. यह कामयाबी खासतौर पर बेटियों के लिए प्रेरणा है. मुस्कान ने साबित कर दिया कि अगर हौसला हो, तो कम संसाधनों में भी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है. मुस्कान कहती हैं कि वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को देती हैं. उनकी यह सफलता न सिर्फ परिवार, बल्कि सीतामढ़ी और पूरे बिहार को गौरवान्वित करती है.

Manish Kumar

मनीष कुमार पिछले 15 सालों से न्यूज की दुनिया में सक्रिय हैं. रेडियो, टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले 5 साल से News18Hindi में कार्यरत हैं. खेल से राजनीति और फिर ब…और पढ़ें

मनीष कुमार पिछले 15 सालों से न्यूज की दुनिया में सक्रिय हैं. रेडियो, टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले 5 साल से News18Hindi में कार्यरत हैं. खेल से राजनीति और फिर ब… और पढ़ें

homecareer

कोटा या दिल्ली नहीं…सेल्फ स्टडी से NEET में रचा इतिहास, रैंक भी शानदार

[ad_2]

Source link