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आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल
देश नें कोरोना के नए वेरिएंट के सामने आने पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा कि कोरोना मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि केवल सतर्क रहना चाहिए। फिलहाल देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो सब-वेरिएंट (NB.1.8.1 और LF.7) एक्टिव हैं, इनकी प्रकृति संक्रामक जरूर रही है, पर इसके कारण गंभीर रोग होने का खतरा कम देखा जा रहा है।
‘ताजा मामले चिंताजनक नहीं’
डॉ. बहल ने कहा कि जब भी कोरोना के केस बढ़ते हैं तीन चीजें उसमें ध्यान दी जाती हैं। जिसमें पहला यह कि कितनी तेजी से केस बढ़ रहे हैं। दूसरा यह कि क्या वह हमारी इम्यूनिटी से बच रहा है। तीसरी सबसे जरूरी चीज यह है कि मौजूदा सीवियरटी पहले के मामलों से ज्यादा तो नहीं। अभी तक ताजा मामले चिंताजनक नहीं हैं।
नए वेरिएंट में केवल ‘वायरल बुखार’ के लक्षण
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने सोमवार को कहा कि नए वेरिएंट से होने वाले कोविड में अभी तक केवल ‘वायरल बुखार’ के लक्षण दिखे हैं और उन्होंने साथ ही लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अस्पतालों को स्वास्थ्य परामर्श भेजकर किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है, लेकिन यह सिर्फ एहतियाती कदम है, खतरे का संकेत नहीं। सिंह ने कहा, ‘‘हमने किसी भी स्थिति से निपटने के मद्देनजर अस्पतालों को बिस्तर, ऑक्सीजन, आवश्यक दवाओं और उपकरणों के साथ तैयार रहने की सलाह दी है। यह मानक तैयारियों का हिस्सा है, न कि इसलिए कि स्थिति गंभीर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कोविड का नया स्वरूप केवल सामान्य वायरल बीमारी जैसा ही है। अब तक जो मरीज आए हैं, उनमें बुखार, खांसी और जुकाम जैसे हल्के लक्षण देखे गए हैं।’’
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