Home Health कौन सा परफ्यूम आपके लिए बेस्ट, किसका इस्तेमाल करने से हो सकती है परेशानी, शौकीन लोग जरूर पढ़ें यह खबर

कौन सा परफ्यूम आपके लिए बेस्ट, किसका इस्तेमाल करने से हो सकती है परेशानी, शौकीन लोग जरूर पढ़ें यह खबर

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कौन सा परफ्यूम आपके लिए बेस्ट, किसका इस्तेमाल करने से हो सकती है परेशानी, शौकीन लोग जरूर पढ़ें यह खबर

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Which is Best Perfume for You: परफ्यूम का इस्तेमाल अच्छी खुशबू के लिए किया जाता है. अक्सर लोग घर से बाहर निकलते वक्त परफ्यूम लगाना पसंद करते हैं. अब परफ्यूम सिर्फ लग्जरी नहीं, बल्कि पर्सनल ग्रूमिंग का अहम हिस्सा बन चुका है. एक अच्छी खुशबू आत्मविश्वास बढ़ाती है और दूसरों पर पॉजिटिव इंप्रेशन डालती है. हालांकि हर परफ्यूम हर किसी के लिए ठीक नहीं होता है. कई बार लोग गलत परफ्यूम चुन लेते हैं, जो न केवल आपकी पर्सनैलिटी पर असर डालता है, बल्कि एलर्जी, सिरदर्द और स्किन रिएक्शन जैसी समस्याओं की वजह भी बन सकता है. इसलिए यह जानना जरूरी है कि कौन सा परफ्यूम आपके शरीर, मौसम और स्किन टाइप के हिसाब से सही रहेगा.

हर इंसान की स्किन अलग होती है. किसी की ऑयली, किसी की ड्राई और किसी की सेंसिटिव स्किन होती है. परफ्यूम का असर स्किन टाइप पर निर्भर करता है. ऑयली स्किन पर परफ्यूम की खुशबू लंबे समय तक टिकती है, जबकि ड्राय स्किन पर खुशबू जल्दी उड़ जाती है. ड्राय स्किन वालों को परफ्यूम लगाने से पहले स्किन मॉइश्चराइज़ करना चाहिए ताकि खुशबू टिक सके. वहीं सेंसिटिव स्किन वाले लोग एल्कोहल बेस्ड परफ्यूम से दूर रहें और नैचुरल या ऑर्गेनिक विकल्पों को अपनाएं. इससे स्किन पर जलन और रैशेज जैसी समस्याएं नहीं होंगी.

हर मौसम की अपनी खास खुशबू होती है, और उसी के अनुसार परफ्यूम का चयन करना चाहिए. गर्मियों में हल्की, फ्रेश और साइट्रस बेस्ड खुशबू जैसे लेमन, ऑरेंज या मिंट बेहतर होती है, जो ताजगी का अहसास कराए और पसीने की बदबू को छुपाए. वहीं सर्दियों में आप वुडी, मसालेदार और भारी बेस वाले परफ्यूम जैसे मस्क, एम्बर या वनीला का चुनाव कर सकते हैं. मानसून में माइल्ड और पाउडरी फ्रेगरेंस ज्यादा असरदार होती है. गलत मौसम में भारी परफ्यूम का इस्तेमाल आपको और दूसरों को असहज कर सकता है.

परफ्यूम आमतौर पर दो तरह के होते हैं- सिंथेटिक और नेचुरल. सिंथेटिक परफ्यूम सस्ते होते हैं और लंबे समय तक टिकते हैं, लेकिन इनमें मौजूद केमिकल्स एलर्जी, सांस की तकलीफ और माइग्रेन जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. वहीं नेचुरल परफ्यूम जैसे एसेंशियल ऑयल बेस्ड फ्रेगरेंस महंगे तो होते हैं, लेकिन ये शरीर और पर्यावरण दोनों के लिए सुरक्षित होते हैं. अगर आप सेंसिटिव हैं या लंबे समय तक खुशबू का आनंद लेना चाहते हैं तो नेचुरल ऑप्शन हमेशा बेहतर रहेगा.

परफ्यूम लगाने का तरीका भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना उसका चुनाव. अक्सर लोग परफ्यूम को कपड़ों पर छिड़कते हैं, लेकिन सही तरीका है इसे पल्स पॉइंट्स पर लगाना, जैसे गर्दन, कलाई, कान के पीछे या कोहनी के अंदरूनी हिस्से में. यहां ब्लड फ्लो ज्यादा होता है जिससे खुशबू ज्यादा देर तक बनी रहती है. एक और सामान्य गलती है परफ्यूम को रगड़ना, जिससे इसकी टॉप नोट्स नष्ट हो जाती हैं. परफ्यूम को हल्के से स्प्रे करें और सूखने दें, ताकि उसका असली असर बना रहे.

गलत परफ्यूम लगाना या अधिक मात्रा में परफ्यूम का उपयोग करना आपके लिए और आपके आसपास के लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है. अत्यधिक मात्रा में स्प्रे करने से दम घुटने जैसा अहसास होता है, खासकर बंद जगहों पर. कई बार लोग अलग-अलग ब्रांड्स की खुशबू एक साथ लगा लेते हैं, जिससे उलझनभरी और तेज़ महक पैदा होती है. परफ्यूम को फ्रेशनर या बॉडी वॉश का विकल्प न समझें. यह एक पूरक होता है, न कि सफाई का माध्यम. साथ ही पुराने या एक्सपायर्ड परफ्यूम का इस्तेमाल कभी न करें, इससे स्किन इरिटेशन हो सकती है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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