Home National कौन है एनडीए का ‘तुरुप का इक्का’ जो महागठबंधन के मंसूबे ध्वस्त कर सकता है?

कौन है एनडीए का ‘तुरुप का इक्का’ जो महागठबंधन के मंसूबे ध्वस्त कर सकता है?

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कौन है एनडीए का ‘तुरुप का इक्का’ जो महागठबंधन के मंसूबे ध्वस्त कर सकता है?

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Bihar Chunav 2025: विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं. वहीं, तेजस्वी यादव के सक्रिय होने से राजनीतिक हलच…और पढ़ें

कौन है एनडीए का 'तुरुप का इक्का' जो महागठबंधन के मंसूबे ध्वस्त कर सकता है?

सियासी गलियारों में चर्चा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार बिहार चुनाव को लेकर कुछ बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं.

हाइलाइट्स

  • चिराग पासवान के चुनाव लड़ने की अटकलें, एनडीए की बड़ी रणनीति है?
  • बिहार चुनाव में चिराग पासवान के सक्रिय होने से एनडीए को होगा फायदा?
  • एनडीए की खास रणनीति से महागठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है.

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने महागठबंधन के दांव का काट खोज लिया है? यह सवाल उठ रहा है कि क्या एनडीए ने महागठबंधन को शिकस्त देने के लिए तुरुप का पत्ता खोज लिया है? चर्चा तेज हो गई है कि चिराग पासवान विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. क्या चिराग पासवान का बिहार विधानसभा चुनाव में सक्रिय होना एनडीए की कोई बड़ी चाल है? क्या एनडीए जानबूझकर चिराग पासवान को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहा है? इन तमाम मुद्दों पर सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।

चिराग पासवान के चुनाव लड़ने को लेकर सत्ताधारी दल से लेकर विरोधी दलों में हलचल तेज हो गई है, लेकिन सवाल है कि क्या चिराग सिर्फ अपने पार्टी के कहने पर चुनाव लड़ने को तैयार हुए हैं या फिर एनडीए की कोई बड़ी रणनीति है. यह जानना महत्वपूर्ण है कि चिराग के चुनाव लड़ने से एनडीए को क्या फायदा मिल सकता है और महागठबंधन को कैसे झटका लग सकता है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग के चुनाव लड़ने का फैसला एनडीए के बड़े नेताओं की रणनीति हो सकती है, क्योंकि युवाओं और दलितों में चिराग की अच्छी छवि है, जिसका बड़ा फायदा एनडीए को मिल सकता है. तेजस्वी यादव लगातार युवाओं को आकर्षित करने में लगे हुए हैं, लेकिन चिराग भी इन्हीं मुद्दों को उठाते रहे हैं और उनके सक्रिय होने से युवा वोटरों में टूट को एनडीए रोक सकता है.

युवाओं-दलितों में चिराग की अच्छी छवि

वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक संजय कुमार का कहना है कि चिराग के चुनाव लड़ने का फैसला एनडीए के बड़े नेताओं की रणनीति हो सकती है. बिहार की राजनीति को समझने वाले जानते हैं कि युवाओं और दलितों में चिराग की अच्छी छवि है, जिसका फायदा एनडीए को मिल सकता है. तेजस्वी यादव युवाओं को आकर्षित करने में जुटे हुए हैं, जैसा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में दिखा भी था जब युवाओं ने रोजगार के मुद्दे पर तेजस्वी को अच्छा खासा वोट दिया था. चिराग पासवान भी इन्हीं मुद्दों को उठाते रहे हैं और उनके सक्रिय होने से युवा वोटरों में एनडीए की पकड़ मजबूत हो सकती है.

बिहार एनडीए चिराग पासवान को लेकर खास रणनीति पर काम कर रहा है.

चिराग की सक्रियता से जेडीयू पर दबाव!

बिहार के वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह के अनुसार, चिराग के चुनाव लड़ने की चर्चा इस वजह से भी हो सकती है कि उनकी लोकप्रियता का दबाव जेडीयू पर हो सकता है. जेडीयू 115 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, लेकिन चिराग के सक्रिय होने से जेडीयू पर दबाव बढ़ सकता है, क्योंकि चिराग भी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. चिराग के सक्रिय होने से महागठबंधन को भी झटका लग सकता है क्योंकि चिराग पासवान एनडीए के लिए दलित वोटरों में भी बड़ा संदेश दे सकते हैं, जिसे अपने पाले में करने के लिए राहुल गांधी लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं.

चिराग को लेकर एक सकारात्मक संदेश

राहुल गांधी लगातार बिहार का दौरा कर दलित और अति पिछड़ा वोटरों को लगातार मैसेज देने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, चिराग के सक्रिय होने के बाद दलित वोटरों में भी चिराग को लेकर एक सकारात्मक संदेश जा सकता है जिसका बड़ा फायदा एनडीए को मिल सकता है. हालांकि, इसके लिए अभी इंतजार करना होगा कि क्या वाकई एनडीए चिराग को लेकर कोई प्लान बना रहा है. जाहिर है चिराग एनडीए के लिए वो तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं जो ना सिर्फ एनडीए को फायदा दे सकते है, बल्कि विरोधियों के कई मंसूबों पर पानी भी फेर सकते हैं.

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Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट…और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट… और पढ़ें

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