हाइलाइट्स
अपने बच्चे को सजा देने की बजाय उन्हें समझने की कोशिश करें.
बच्चे को ऐसी चीजें सिखा दें जिससे वे अपने जरूरत की चीजें कर सके.
How To Deal Clingy Toddler: बचपन, यानी कि मनमर्जी और ढेर सारा प्यार दुलार. यह एक ऐसा समय होता है जिसमें सबसे अधिक तेजी से मानसिक व शारीरिक विकास होता है. ऐसे में माता पिता के लिए यह जरूरी है कि वे अपने बच्चे को तनाव से बचाएं और सही तरह से परवरिश दें. बढ़ती उम्र के साथ बच्चे को सोशल बनाना उसके विकास का एक जरूरी हिस्सा होता है. लेकिन कुछ बच्चे माता-पिता से काफी कनेक्टेड होते हैं और उनके बिना किसी के पास या नई जगह पर नहीं रहना चाहते. यहां तक कि उन्हें स्कूल छोड़ना भी काफी तनाव भरा काम होता है. ऐसे में अगर आप परेशान ना होकर उसे प्यार और होशियारी से डील करें तो आपकी ये समस्या बड़े ही आसानी से दूर हो सकती है.
जिद्दी बच्चों को इस तरह करें डील
सजा ना दें
बच्चा अगर आपके बिना नहीं रह पाता या आपके जाने पर रोने लगता है तो उसे सजा या इग्नोर करने की बजाय उसे मैनेज करने का प्रयास करें. याद रखें कि आपका बच्चा आपसे अटैच है जो किसी भी पैरेंट्स के लिए अच्छी बात होती है. इसलिए बेहतर होगा कि बच्चे की बात को समझें, उसे बताएं कि आप जरूर आ जाएंगे और जल्द ही आएंगे. उसे ठेस ना पहुंचाएं. इसके अलावा, आप केयर गिवर को अच्छा माहौल देने के लिए कहें. ऐसा करने से बच्चा यह महसूस करेगा कि आप उसे सजा नहीं दे रहे या आप उसे छोड़कर नहीं जा रहे.
उन्हें समझें
अगर आप अपने नन्हें बच्चे को यह महसूस कराएं कि आप उसकी भावनाओं को समझ रहे हैं या आप जान रहे हैं कि वह क्या चाहता है तो यह बच्चे को अंदर से राहत देने का काम करेगा. मसलन, आप उसे कह सकते हैं कि काश मैं आपके साथ यहां रह पाता और मजे करता, लेकिन मुझे काम पर जाना ही होगा. ऐसा करने से बच्चा यह महसूस करेगा कि आप उसे प्यार करते हैं और जल्दी ही उसके पास आ जाएंगे.
इसे भी पढ़ें : बच्चों को बनाना है केयरिंग? पैरेंटिंग में रखें 4 बातों का ध्यान, जिम्मेदार बनेगा आपका लाडला
इंडिपेंडेंट बनाएं
अगर आप बच्चे को उसके काम की छोटी छोटी चीजें सिखा दें तो ये उसका आत्मविश्वास बढ़ाएगा. मसलन, अपना बिस्तर लगाना, पानी फ्रिज से निकालना, स्नैक्स खाना, खिलौने आदि जगह से निकालना और रखना आदि. ऐसा करने से आपका बच्चा अकेले में कुछ काम खुद कर पाएगा और उसका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा कि वो खुद अपना ख्याल रख सकता है.
हौसला और तारीफ करें
जब भी आप वापिस आएं तो बच्चे की तारीफ जरूर करें. ऐसा करने से वो हौसला पाएगा और अगली बार भी अपने माता पिता को खुश करने के लिए कुछ बेहतर करने की कोशिश जी जान से करेगा. इस तरह वह स्ट्रेस से भी दूर रहेगा.
इसे भी पढ़ें : आपका बच्चा नहीं बना पा रहा दोस्त? माता पिता कर सकते हैं मदद, पैरेंटिंग के 5 तरीके आएंगे काम
लोगों के साथ मिलें
अगर आप सोशल होंगे तो आपका बच्चा भी सोशल होना सीखेगा. ऐसा करने से बच्चे हर माहौल में रहना सीखते हैं और लोगों के साथ डील करना या बातचीत करना सीख पाते हैं. वह अधिक एक्सप्रेसिव भी हो पाते हैं. इस तरह आपका बच्चा जिद करना छोड़ देगा और अपना सर्कल बढ़ाना सीखेगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Lifestyle, Parenting tips
FIRST PUBLISHED : March 19, 2023, 06:46 IST