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नोएडा: गर्मियों का मौसम आते ही बाजारों में आम की बहार आ जाती है. हर तरफ पीले-पीले, रसीले आम नजर आते हैं और लोग बिना सोचे-समझे इन्हें खरीदकर घर ले आते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये आम इतनी जल्दी पक कैसे गए! क्या ये प्राकृतिक रूप से पके हैं या किसी रसायन से! डायटिशियन और गायनी एक्सपर्ट डॉक्टर मीरा पाठक ने बताया कि बाजार में बिक रहे ये आम कैल्शियम कार्बाइड नामक रसायन से पकाए जा रहे हैं. यह रसायन न केवल फल को जल्दी पकाता है, बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है.
गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता की जरूरत
डॉ. मीरा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को कार्बाइड से पके आम बिल्कुल नहीं खाने चाहिए. इससे पेट में जलन, गैस, अपच और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है. यह रसायन हार्मोनल असंतुलन भी पैदा कर सकता है, जिससे गर्भावस्था में कई समस्याएं हो सकती हैं. इन आमों का सेवन करने से मिसकैरेज के चांस बढ़ सकते हैं और शिशु को कई गंभीर बीमारियों का शिकार होना पड़ सकता है.
बच्चों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव
बच्चों की पाचन शक्ति और इम्यून सिस्टम विकास होने की स्थिति में होता है. कार्बाइड से पके आम खाने पर उन्हें डायरिया, उल्टी और पेट दर्द की शिकायत हो सकती है. लंबे समय तक सेवन करने से बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो सकती है. और ये हानिकारक केमिकल कई बीमारी को जन्म दे सकता है.
युवाओं को भी नहीं है राहत
डॉ. मीरा के अनुसार युवाओं को भी इन आमों से नुकसान हो सकता है. कार्बाइड से निकलने वाली एसिटिलीन गैस मुंह और त्वचा की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचाती है. इससे मुंह में जलन, पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
बुजुर्गों के लिए खतरे की घंटी
बुजुर्गों में पहले से ही हृदय और गुर्दे की कार्यक्षमता कमजोर होती है. ऐसे में कार्बाइड से पके आम उनके लिए और अधिक नुकसानदायक होते हैं. सांस की दिक्कत, खांसी, सिरदर्द और चक्कर आना जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं.
कैसे करें बचाव
डॉ. मीरा ने बताया कि केवल प्राकृतिक रूप से पके आम ही खाएं. सीजनेबल आम जब आम पकने की सीजन हो, उन आम को ही खरीदकर उन्हें 1-2 घंटे पानी में भिगोकर रखें और अच्छे से धोकर ही सेवन करें. बहुत ज्यादा चमकदार और समय से पहले पके हुए आम खरीदने खाने से बचें.
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