सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: मौसम में शीतलता आते ही जिले में आलू के शौकीन लोगों की दिलचस्पी बढ़ती ही जा रही है. यहां पर आलू के लोग दीवाने होते जा रहे हैं. इसीलिए फर्रुखाबाद में इन दिनों कचहरी के सामने मुख्य मार्ग पर आलू की दुकान पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है. दुकानपर भुने आलू खाने वाले शौकीन लोग मक्खन और स्पेशल चटनी मसालों के साथ आलू का आनंद लेते नजर आ रहे हैं.
दुकानदार आकाश सक्सेना बताते हैं की उनके पिता सिपाही लाल 23 वर्ष से भुने आलू को तैयार करते आ रहे हैं. अब निधन हो जाने के बाद आकाश भी यही कार्य कर रहे हैं. जिससे उन्हें प्रतिदिन तीन से चार हजार रुपए की अच्छी खासी बचत हो जाती है. वह हर रोज पचास किलो से एक कुंतल भुने आलू बेच लेते हैं. यहां पर सौ रुपए किलो के रेट से आलू की बिक्री होती है. जिस हिसाब से इन्हे महीने में पचास हजार रुपए से अधिक की आमदनी हो जाती है.
कैसे किया जाता हैं तैयार
दुकानदार बताते हैं कि पहले भुने आलू की इतनी खपत नहीं थी. लेकिन विगत पांच वर्ष में भुने आलू ने अपनी अलग पहचान बनाई है. भुना आलू महंगा होने के बाद भी इसकी लगातार बिक्री बढ़ती जा रही है.भुने हुए आलू तैयार करने के लिए सर्वप्रथम आपके पास अच्छी क्वालिटी का आलू हो, फिर चाहे चिप्ससोना ही क्यों न हो. इसके इसके लिए आपके पास एक बड़ी सी कढ़ाई में रेत गर्म की जाती है और उसमें आलू को साइज के हिसाब से रख दिया जाता है.
अलग है खाने का तरीका
कुछ देर अंतराल में चलाने के बाद जब आलू जब अच्छे से पक कर तैयार हो जाते है. तो इन्हें बाहर निकाल लिया जाता है. अब शुरू होता है इन्हें खाने का तरीका तो इसके लिएधनिया से तैयार की जाती हैचटनी और मक्खन के साथ कई स्पेशल मसाले को पीसकर.मसाला इसके साथ आलू का स्वाद भी बढ़ जाता है. जिन्हे खाकर आप इसके आलू को भुला नहीं पाएंगे. जब भी इसका जिक्र होगा तो मुंह में खुद ही पानी आ जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : November 9, 2023, 08:59 IST