हाइलाइट्स
मूंग की दाल ज्यादा दिनों तक बहुत अधिक मात्रा में खाने से कुछ लोगों को नुकसान हो सकता है.
जितने पौष्टिक तत्व दाल में होते हैं, उतने दूध में भी नहीं मिलते.
Side Effects of Moong ki dal: दाल गरीबों के लिए दूध का काम करती है. जितने पौष्टिक तत्व दाल में होते हैं, उतने दूध में भी नहीं मिलते. उनलोगों के लिए दाल मुख्य रूप से बेमिसाल हैं जो वेजिटेरियन हैं. दालों में मूंग की दाल को बहुत ही बेस्ट माना जाता है. मूंग दाल में कई तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं. दालें मुख्य रूप से प्रोटीन का खजाना होती है लेकिन इसके अलावा कॉपर, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन, विटामिन सी, फाइबर, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी -6, नियासिन, थायमिन जैसे तत्वों की भी कोई कमी नहीं होती है. इन सबके अलावा मूंग की दाल में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जो आंतों से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है और पाचन शक्ति को मजबूत करता है. हालांकि कुछ लोगों का मानना होता है कि मूंग की दाल कुछ परिस्थितियों में नहीं खाना चाहिए.
मूंग की दाल क्या किसी को नुकसान भी पहुंचा सकता है, इस विषय पर हमने नानावटी मैक्स अस्पताल मुंबई की सीनियर डायटीशियन डॉ. रसिका माथुर से बात की. डॉ. रसिका माथुर ने बताया कि सामान्य तौर पर मूंग की दाल से कोई नुकसान नहीं है. कुछ विशेष परिस्थितियों में यह कुछ व्यक्तियों को नुकसान पहुंचा सकता है.
मूंग की दाल से वेट लॉस में मदद
डॉ. रसिका माथुर ने बताया कि मूंग की दाल में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है. इसके अलावा विटामिन सी भी अधिक मात्रा में पाया जाता है इससे इम्यूनिटी मजबूत होता है. ज्यादा प्रोटीन होने के कारण यह वजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है. क्योंकि ज्यादा प्रोटीन और फाइबर होने के कारण मूंग की दाल को खाने के बाद भूख बहुत देर तक नहीं लगती है. मूंग की दाल को स्प्रॉउट्स, हलवा, खिचडी आदि के रूप में खाया जाता है. इन सबके अतिरिक्त ज्यादा फाइबर होने से कार्बोहाइड्रेट का अवशोषण भी देर से करेगा इसलिए यह ग्लूकोज को भी तेजी से नहीं बढ़ने देगा. इस स्थिति में डायबिटीज मरीजों के लिए भी मूंग की दाल फायदेमंद है.
किन परिस्थितियों में पहुंचाता है नुकसान
डॉ. रसिका माथुर कहती हैं कि किसी चीज को ज्यादा खाने से नुकसान होता है. चूंकि मूंग की दाल में बहुत अधिक प्रोटीन होता है, इसलिए ज्यादा दिनों तक बहुत अधिक मात्रा में खाने से कुछ लोगों को नुकसान हो सकता है. वैसे इसका कोई खास साइड इफेक्ट नहीं है. जिन लोगों को गैस, ब्लॉटिंग की समस्या है, अगर वो कच्ची मूंग की दाल को खाते हैं तो इससे गैस और ब्लॉटिंग की समस्या बढ़ सकती है. इसके अलावा टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक जिन लोगों को यूरिक एसिड की समस्या है, उन्हें साबुत दाल खाने से नुकसान हो सकता है. इससे प्यूरिन के बनने की और अधिक जोखिम हो जाता है. प्यूरिन ही टूटकर यूरिक एसिड बन जात है. वहीं यह पेट में परेशानी भी कर सकती है. इसके अलावा ज्यादा मूंग की दाल खाने से चक्कर, मतली और डायरिया का भी जोखिम बढ़ सकता है. हालांकि डॉ. रसिका माथुर इन बातों की पुष्टि नहीं करती. उन्होंने कहा कि इस विषय पर कोई ऐसी रिसर्च नहीं है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि मूंग की दाल से डायरिया होता है.
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Tags: Health, Health tips, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : April 26, 2023, 06:40 IST