Home Life Style क्या सच में 11:11 बदल सकता है किस्मत?, इस टाइम पर क्यों मांगी जाती है मनोकामना? जानिए इस रहस्यमय समय का गहरा राज़

क्या सच में 11:11 बदल सकता है किस्मत?, इस टाइम पर क्यों मांगी जाती है मनोकामना? जानिए इस रहस्यमय समय का गहरा राज़

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क्या सच में 11:11 बदल सकता है किस्मत?, इस टाइम पर क्यों मांगी जाती है मनोकामना? जानिए इस रहस्यमय समय का गहरा राज़

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Manifest At 11:11 : कभी आपने गौर किया है कि कुछ खास संख्याएं बार-बार सामने आती हैं? जैसे कि घड़ी में 11:11 दिखना. कुछ लोग इसे इत्तेफाक मानते हैं, लेकिन बहुत से लोग इसे एक बड़ा संकेत समझते हैं. आज हम बात करेंगे उसी खास समय की, जब लोग अपनी गुप्त इच्छाएं ब्रह्मांड के सामने रखते हैं यानी रात 11 बजकर 11 मिनट पर. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

क्या है 11:11 का रहस्य?
11:11 सिर्फ एक समय नहीं बल्कि एक तरह का संकेत है. इसे देखने वाले लोग मानते हैं कि ये कोई सामान्य बात नहीं, बल्कि कोई खास संदेश है जो हमें मिल रहा है.

अंक ज्योतिष में 11 को बहुत ही असरदार माना गया है. इसे ‘मास्टर नंबर’ कहा जाता है, जो इंसान की सोचने की ताकत और आत्मिक उन्नति से जुड़ा होता है. जब यह संख्या दो बार दोहराई जाती है, यानी 11:11, तो इसका असर और बढ़ जाता है.

कुछ लोग इसे ‘सिंक्रोनिसिटी’ भी मानते हैं, यानी कोई ऐसा इशारा जो दिखाता है कि हम सही रास्ते पर हैं और हमारे साथ कुछ अनदेखी शक्तियां हैं जो मदद कर रही हैं.

क्यों मांगते हैं लोग इस समय पर इच्छा?
ज्योतिष मानता है कि रात के इस खास समय पर सभी ग्रह एक खास स्थिति में होते हैं, जिससे उनकी ऊर्जा एकसाथ असर डालती है. इसीलिए 11:11 पर जो भी इच्छा मांगी जाती है, उसमें ज्यादा ताकत होती है.

ऐसा भी कहा जाता है
ऐसा भी कहा जाता है कि ये वो पल होता है जब ब्रह्मांड आपकी बातों को ध्यान से सुनता है. आपकी सोच अगर साफ और सच्ची हो, तो उस समय बोली गई बातों का असर सीधा आपकी जिंदगी पर पड़ सकता है. इसलिए लोग अपनी बड़ी से बड़ी इच्छा इसी वक्त बोलना पसंद करते हैं.

कैसे मांगे इस समय पर अपनी मनोकामना?
सबसे पहले अपने मन को शांत करें और नकारात्मक सोच से दूर रहें. 11:11 से पहले खुद को पूरी तरह साफ सोच में ले आएं. अब सिर्फ उसी बात पर ध्यान दें, जो आप पाना चाहते हैं.

जैसे ही घड़ी में 11:11 बजे, आंखें बंद करें और अपनी इच्छा को मन में साफ-साफ बोलें. उसे ऐसे कहें जैसे वो पूरी हो चुकी है. यानी “मैं सफल हो गया हूँ” या “मुझे वो काम मिल गया है” इस तरह से.

इसके बाद अपने मन में ब्रह्मांड का शुक्रिया करें, जैसे किसी ने आपकी बात सुन ली हो. ये तरीका सिर्फ सोच का नहीं, बल्कि भरोसे का भी खेल है. अगर आप खुद उस पर यकीन नहीं करेंगे, तो असर नहीं दिखेगा.

क्या ये सच में असर करता है?
इसका जवाब इस पर निर्भर करता है कि आप कितनी श्रद्धा और यकीन से इसे अपनाते हैं. बहुत से लोग बताते हैं कि जब उन्होंने इस समय पर अपने दिल की बात कही, तो समय के साथ वो बात सच बन गई.

वैज्ञानिक नजरिए से भले ही इसका कोई ठोस आधार न हो, लेकिन मनोविज्ञान कहता है कि जब हम किसी बात पर पूरा ध्यान और भरोसा रखते हैं, तो वो चीज़ें हमारी ओर खिंचने लगती हैं.

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