
जब मैं पहली बार डिप्रेशन से गुज़री, तो मुझे यह समझने में महीनों लग गए कि जो मैं महसूस कर रही थी, वह सामान्य उदासी नहीं थी. मैं अक्सर खुद को निराश और थका हुआ महसूस करती थी, लेकिन अपने परिवार और दोस्तों से इसे छिपाने की कोशिश करती थी. बाद में, जब मैंने अपने पिता में डिप्रेशन के लक्षण देखे, जैसे उनका गुस्से में रहना और छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन, तो मुझे एहसास हुआ कि हर किसी में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. बच्चों से लेकर वृद्धों तक, यह स्थिति हर उम्र और जेंडर में भिन्न तरीकों से प्रकट हो सकती है. इस लेख में, हम डिप्रेशन के इन अलग-अलग रूपों और इसे पहचानने के तरीकों पर चर्चा करेंगे.
पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण-
Prevention मैग्जीन के अनुसार, पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण आमतौर पर थकान, चिड़चिड़ापन और गुस्से के रूप में दिखाई देते हैं. वे वे सेल्फ हार्म जैसे जोखिम भरे व्यवहारों में अधिक लिप्त हो सकते हैं और शराब या ड्रग्स का दुरुपयोग कर सकते हैं. पुरुष अक्सर यह मानने से इनकार करते हैं कि वे डिप्रेशन से ग्रस्त हैं और मदद लेने में झिझकते हैं. यह स्थिति उनकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को और खराब कर सकती है.
महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण-
महिलाओं में डिप्रेशन अक्सर उदासी, खुद को बेकार मान लेना और अपराधबोध के रूप में नजर आता है. महिलाओं में ऐसे लक्षण की वजह सामाजिक और भावनात्मक स्थिति हो सकती है. वे अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर अधिक संवेदनशील होती हैं और मदद लेने के लिए तैयार रहती हैं.
बच्चों में डिप्रेशन के लक्षण-
छोटे बच्चों में डिप्रेशन स्कूल जाने से बचने, माता-पिता से अलग होने पर चिंता और माता-पिता की मृत्यु को लेकर डर के रूप में प्रकट हो सकता है. उनके लक्षणों को पहचानना मुश्किल हो सकता है क्योंकि वे अपनी भावनाओं को सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाते.
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किशोरों में डिप्रेशन के लक्षण-
किशोरों में डिप्रेशन चिड़चिड़ापन, गुस्सा और स्कूल में समस्याओं के रूप में प्रकट होता है. इस आयु वर्ग में सह-रुग्णता की संभावना अधिक होती है, जैसे कि चिंता, खाने से दूरी या नशे की लत.
बूढ़े लोगों में डिप्रेशन के लक्षण-
अधिक उम्र में डिप्रेशन के लक्षण अक्सर सूक्ष्म होते हैं. वे उदासी या दु:ख की भावनाओं को स्वीकार करने में संकोच करते हैं. इसके अलावा, इस आयु वर्ग में आमतौर पर होने वाली चिकित्सा समस्याएं भी डिप्रेशन को बढ़ा देती हैं.
डिप्रेशन को पहचानने के तरीके-
डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानने के लिए इंसान के व्यवहार, भावनात्मक प्रतिक्रियाओं और दिनचर्या में आए बदलावों पर ध्यान देना जरूरी है. अगर वह लगातार उदासी, निराशा, थकान, या किसी चीज़ में रुचि की कमी दिखाई दे तो यह डिप्रेशन का संकेत हो सकता है.
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मानसिक शांति पाने के उपाय-
व्यायाम करें: नियमित शारीरिक गतिविधि मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है.
योग और ध्यान: योग और ध्यान तनाव को कम करने और मानसिक शांति पाने के लिए प्रभावी उपाय हैं.
सकारात्मक सोच: नकारात्मक विचारों को पहचानकर उन्हें सकारात्मक विचारों में बदलें.
मित्रों और परिवार से संवाद: अपने प्रियजनों के साथ बात करें और अपनी भावनाओं को साझा करें.
पेशेवर मदद लें: अगर डिप्रेशन के लक्षण गंभीर हों, तो मनोचिकित्सक से संपर्क करें.
संतुलित आहार: स्वस्थ आहार मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होता है.
डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानना और समय रहते उपचार शुरू करना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. हर उम्र और जेंडर में इसके लक्षण अलग हो सकते हैं, लेकिन सही दृष्टिकोण और सेल्फ केयर से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.