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जब भी आप कार चलाते हैं, तो सबसे जरूरी होता है आगे का साफ दिखना. अगर शीशे पर धूल, दाग या पानी के निशान होते हैं, तो सामने का रास्ता ठीक से नहीं दिखता और एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए कार के शीशे को साफ और चमकदार रखना बहुत जरूरी होता है.
लेकिन कई लोग शीशा साफ करने में एक बहुत बड़ी गलती कर बैठते हैं. वे इसे किसी भी पुरानी टी-शर्ट, रूमाल या गंदे कपड़े से पोछ देते हैं. बाहर से देखने पर भले ही शीशा साफ लगे, लेकिन असल में ऐसा करने से नुकसान होता है.
कपड़े से शीशा पोछने में क्या गलती है?
सामान्य कपड़े जैसे टी-शर्ट, तौलिया या रूमाल में बहुत बारीक रेशे होते हैं, जो दिखते नहीं लेकिन शीशे पर रह जाते हैं. इससे शीशा पूरी तरह से साफ नहीं होता और उसमें हल्की धुंध बनी रहती है. यही नहीं, अगर उस कपड़े में ज़रा भी धूल या मिट्टी चिपकी हो, तो वो शीशे पर बारीक खरोंचें डाल सकती है.
धीरे-धीरे ये खरोंचें बढ़ती जाती हैं और दिन की रोशनी या रात की लाइट्स में शीशा चकाचौंध करने लगता है, जिससे ड्राइविंग के दौरान आंखों को दिक्कत होती है. यानी आपने सोचा कि आप शीशा साफ कर रहे हैं, लेकिन असल में आप उसे खराब कर रहे होते हैं.
तो फिर क्या करें? शीशा कैसे साफ करें?
अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार का शीशा बिना स्क्रैच के एकदम साफ और चमकदार रहे, तो आपको दो चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए – या तो माइक्रोफाइबर कपड़ा या फिर अखबार का कागज.
माइक्रोफाइबर कपड़ा बहुत ही महीन और सॉफ्ट होता है. ये न तो धूल छोड़ता है और न ही शीशे पर खरोंच डालता है. ये क्लीनिंग के लिए सबसे बेहतर माना जाता है. इसी तरह अखबार का कागज़ भी अच्छा विकल्प है, क्योंकि उसमें रेशे नहीं होते और वो शीशे को अच्छी तरह चमकाता है.
क्लीनिंग लिक्विड के साथ असर और भी बढ़ता है
अगर आप शीशा साफ करने के लिए स्प्रे क्लीनर का इस्तेमाल करते हैं, तो माइक्रोफाइबर या पेपर उसे अच्छे से फैला देते हैं और दाग-धब्बों को हटाने में मदद करते हैं. कपड़ा जहां दाग फैलाता है, वहीं माइक्रोफाइबर उसे जड़ से मिटा देता है. इससे आपका शीशा बिलकुल नया जैसा दिखता है.
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