डिपार्टमेंट ने कहा है कि ChatGPT को न्यूयार्क में स्टूडेंट्स और टीचर के लिए पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। डिपार्टमेंट की मानें, तो स्टूडेंट्स और टीचर ChatGPT को अपनी पर्सनल डिवाइस में इस्तेमाल कर पाएंगे। जबकि उन डिवाइस में चैटजीपीटी का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा, जो डिवाइस स्कूल सिस्टम से लिंक्ड हैं।
ChatGPT से ऑनलाइन साहित्यिक चोरी की घटनाएं बढ़ी
ChatGPT को गूगल का विकल्प माना जा रहा है। चैटबोट कन्वर्सेशन एबिलिटी ChatGPT को ज्यादा वास्तविक बनाती हैं। साथ ही इसका स्टूडेट्स की लर्निंग पर गलत असर पड़ रहा है। AI Chatbot की मदद से स्टूडेंट्स अपने होमवर्क को पूरा कर रहे हैं। ऐसे में न्यूयार्क एजूकेशन डिपार्टमेंट ने ChatGPT के इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर की है। इससे धोखेबाजी और साहित्यिक चोरी बढ़ने की संभावना है।
गूगल पर भी लग रहे आरोप
न्यूयार्क के एजूकेशन डिपार्टमेंट की तरफ से बच्चों के होम वर्क चीटिंग करने को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे। जिसके बाद ऐसा फैसला लिया गया। लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि गूगल भी पिछले 15 से 20 सालों से ऐसा ही काम कर रहा है, जहां बच्चें गूगल से ऑनलाइन जवाब ढूढ़कर लिखते हैं। लेकिन मौजूदा वक्त में फिलहाल न्यूयार्क पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां ChatGPT को बंद कर दिया गया है, जिसे गूगल की टक्कर में लॉन्च किया गया है।