सौरभ तिवारी/बिलासपुर. छत्तीसगढ़ कुछ अलग ही संस्कृति से सम्पन्न राज्य है. यहां की बोली से लेकर खान-पान, पहनावा, लहजा और लोगों के रहन सहन का तरीका भी कुछ अलग ही है. भारत में वैसे तो अनेक राज्य हैं लेकिन छत्तीसगढ़ इन दिनों भारत के साथ-साथ विश्व में भी अपनी अलग संस्कृति के कारण प्रसिद्ध हो रहा है. लोग जहां छत्तीसगढ़ को अब जानने लगे हैं तो यहां के पर्यटक स्थल भी वैश्विक स्तर पर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. तो इसी बीच आज हम आपको बताएंगे की छत्तीसगढ़ी भाषा में सब्जी और भाजियों को क्या कहा जाता है और इनके क्या नाम हैं.
हमारे देश के राज्यों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं. तो वहीं, विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग चीजों के लिए खास शब्द हैं. छत्तीसगढ़ी भाषा में भी कुछ खास शब्द हैं जो प्रयोग किए जाते हैं. वहीं, छत्तीसगढ़ी में सब्जियों के भी कुछ खास नाम हैं. इसे लेकर local 18 ने स्थानीय विक्रेता चंद्र राज साहू से बात की उन्होंने हमें छत्तीसगढ़ी में विभिन्न सब्जी भाजी और फलों के नाम बताए.
ये हैं छत्तीसगढ़ी में सब्जियों के नाम
खरबूजे – बंगला
भिण्डी – रमकेलिया
टमाटर – पताल
मटर – बटरा
नींबू – लिम्बु/लिमऊ
बांस – करील
कददू – मखना
प्याज – गोदली
गांठ गोभी – नवल गोल
अदरक – आदा
बैंगन – भाटा
ग्वारफल्ली – चुरचुटिया
ये भाजियां हैं खास
तो वहीं, छत्तीसगढ़ को तरह-तरह के स्वादिष्ट और हेल्दी भाजियों के लिए भी जाना जाता है. छत्तीसगढ़ में भथुआ, खेड़ा, चरोटा, चुनचुनिया, गोभी भाजी, चना, लाखड़ी, कुसमी, मास्टर, अमारी, पटवा, चना भाजी, कुम्हड़ा भाजी, लाल भाजी, कांदा भाजी, करमत्ता, मूनगा भाजी, तिनपनिया, लाखड़ी, कूलथी, आलू भाजी, कांठ गोभी भाजी, खोटनी भाजी, जरी भाजी, झुरगा भाजी, चनौटी, पहुना, केनी, उरीद भाजी, अमुर्री भाजी, पालक, चौलाई, मैथी, मूली भाजी, प्याज भाजी, सरसों भाजी पाई जाती है जिसका हर कोई दीवाना है.
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FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 16:22 IST