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बदलते मैसम में खांसी होना बहुत ही आम बात हैयबच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को हो सकती है। मौसम में जरा से भी बदलाव, या फिर अन्य कारणों से लोगों को बराबर खांसी हो जाती है। खांसी होने पर गले में खराश और दर्द भी होने लगता है। ये खांसी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। इससे निपटने के लिए लोग दुकान से दवा खरीदकर खा लेते हैं। हालांकि, कुछ घरेलू नुस्खो को अपनाकर निपटा जा सकता है।
हल्दी को करें डायट में शामिल
हल्दी में एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसे खाने के लिए आधी चाय की चम्मच हल्दी गर्म दूध में मिला लें। 15 दिनों तक दिन में दो बार पियें। यह खांसी की समस्या को रोकने का काम करता है। 10 चम्मच हल्दी पाउडर को 5 चम्मच गुड़ में अच्छी तरह मिलाकर करौंदे के आकार की गोलियां बनाकर भी खाया जा सकता है। इन गोलियों को दिन में दो बार लें।
काली मिर्च काढा
खांसी से निपटने के लिए काली मिर्च का इस्तेमाल करें। यह बलगम की झिल्ली को ढीला करता है और छाती के जमाव को कम करता है और खोलता है। इसे खाने के लिए आप दो तीन साबुत काली मिर्च को आधे घंटे तक धीरे-धीरे चबाएं फिर एक चम्मच शहद खा लें। अब चबाई हुई काली मिर्च को निगल लें। अगर ये ज्यादा तीखी लगती है तो इसे दूध में मिलाकर पी लें।
अजवाइन है फायदेमंद
इस नुस्खे को अपनाने के लिए एक बड़ा चम्मच अजवाइन और एक बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर को एक गिलास पानी के साथ उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो गैस से उतार कर ठंडा होने दें। फिर थोड़ा शहद मिला लें। इसे दिन में दो-तीन बार पिएं। यह छाती में जकड़न को खत्म करके खुलकर सांस लेने में मदद करेगा।
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