Home Health खाते ही पेट में गैस बन जाती है? कब्‍ज याअपच की भी समस्‍या रहती है? गोलियां नहीं, रोज करें ये योगासन, जाने तरीका

खाते ही पेट में गैस बन जाती है? कब्‍ज याअपच की भी समस्‍या रहती है? गोलियां नहीं, रोज करें ये योगासन, जाने तरीका

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Effective Yoga Asanas For Better Digestion: पेट में गैस बनना, कब्ज रहना या खाना ठीक से न पचना, ये समस्याएं आजकल बहुत कॉमन हो गई हैं. इसका बड़ा कारण है हमारी खराब दिनचर्या, अनहेल्दी खाना और हर वक्त का स्ट्रेस. लेकिन इसका इलाज हर बार दवाओं में नहीं छिपा होता, आप सिंपल योगाभ्‍यास से इस परेशानी को दूर कर सकते हैं. योग ना सिर्फ आपकी पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है, बल्कि आपके शरीर और दिमाग को भी शांत करता है. इस आर्टिकल में हम आपको 6 आसान से योगासन बताएंगे, जो रोज करने से पेट की परेशानियां दूर होंगी और आप खुद को ज्यादा हल्का और फिट महसूस करेंगे.

पाचनतंत्र बेहतर बनाने वाले योगाभ्‍यास(Effective Yoga For Better Digestion)- 

1.मार्जरीआसन–बिटिलासन (कैट-काउ पोज़)-यह सरल आसन आपके पाचन अंगों की मालिश करता है और पेट फूलने तथा गैस की समस्या को कम करता है.

कैसे करें:
हाथ और घुटनों के बल आएं, हाथ कंधों के नीचे और घुटने कूल्हों के नीचे रखें.
उंगलियां आगे की ओर रखें और सिर को तटस्थ स्थिति में रखें.
गाय पोज़ (Cow Pose): सांस लेते हुए पेट को जमीन की ओर जाने दें, छाती उठाएं और ऊपर देखें.
बिल्ली पोज़ (Cat Pose): सांस छोड़ते हुए रीढ़ को गोल करें, पेट को अंदर खींचें और ठुड्डी को छाती की ओर लाएं.
इसे 6-8 बार दोहराएं.

2.त्रिकोणासन (ट्राइएंगल पोज़) – यह आसन पेट को गहराई से खींचता है और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है.

कैसे करें:
पैरों को एक पैर की दूरी पर रखें.
हाथों को कंधों की ऊंचाई पर फैलाएं.
सांस लेते हुए बाएं हाथ को उठाएं और शरीर को दाईं ओर झुकाएं.
दाएं हाथ को पैर या टखने पर रखें और ऊपर की ओर देखें.
इस स्थिति में 30-90 सेकंड तक रहें.
इसे प्रत्येक दिशा में 4-5 बार दोहराएं.

3.उत्तान शिशोसन (एक्सटेंडेड पप्पी पोज़)- यह आसन पेट दर्द को शांत करता है और पाचन तंत्र को आराम देता है.

कैसे करें:
टेबलटॉप स्थिति में आएं, कूल्हे घुटनों के ऊपर और कंधे कलाई के ऊपर रखें.
हाथों को आगे बढ़ाएं और माथे को जमीन पर रखें.
कूल्हों को पीछे की ओर खींचें और छाती को जमीन की ओर बढ़ाएं.
5-10 सांसों तक इस स्थिति में रहें.

4.पश्चिमोत्तानासन (सीटेड फॉरवर्ड बेंड)- यह आसन सौर जाल (solar plexus) को सक्रिय करता है और पाचन विकारों को नियंत्रित करने में सहायक है.

कैसे करें:
पैरों को सीधा कर बैठें और रीढ़ को सीधा रखें.
सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं.
सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और पैरों को पकड़ें.
इस स्थिति में 30-60 सेकंड तक रहें.

योग के अन्‍य फायदे-
पाचन में सुधार:
यह आसन पेट को सक्रिय करते हैं और आंतों की गति को बेहतर बनाते हैं.
तनाव कम करें: योग मानसिक तनाव को दूर करके पाचन को बेहतर बनाता है.
शरीर का संतुलन: यह आसन शरीर को संतुलित रखने और ऊर्जा स्तर बढ़ाने में मदद करते हैं.

इन आसनों को रोजाना करने से आप न केवल पाचन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं. इन्हें अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और स्वस्थ जीवन का आनंद लें.



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