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iPhone लवर्स के लिए खुशखबरी है। टाटा ग्रुप, घरेलू और वैश्विक बाजार दोनों के लिए ही भारत में ही iPhone बनाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा है कि यह प्रोजेक्ट ढाई साल के भीतर पूरा हो जाएगा। ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प अपना प्लांट टाटा ग्रुप को बेचने के लिए तैयार हो गया है। विस्ट्रॉन के बोर्ड ने विस्ट्रॉन इंफोकॉम मैन्युफैक्चरिंग (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को 125 मिलियन डॉलर में बेचने को मंजूरी दे दी है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL), विस्ट्रॉन इंफोकॉम को खरीदेगी।
हिंदू बिजनेसलाइन ने खबर दी थी कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ डील फाइनल होते ही ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी भारत से बाहर चली जाएगी। कंपनी आईफोन प्रोडक्शन के लिए 12,000 लोगों को रोजगार देगी।इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा है कि iPhone की मैन्युफैक्चरिंग ढाई साल के भीतर शुरू हो जाएगी। टाटा ग्रुप, ताइवान के विस्ट्रॉन कॉर्प से यह प्लांट खरीदने के लिए 1 साल से भी ज्यादा समय से बात कर रहा है। राजीव चंद्रशेखर ने विस्ट्रॉन का प्लांट खरीदने के लिए टाटा टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा है, ‘अब ढाई साल के भीतर ही टाटा कंपनीज भारत से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल मार्केट्स के लिए iPhones बनाना शुरू कर देगी।’
Tata Group आईफोन का प्रोडक्शन अपने हाथ में लेने के लिए एक साल से अधिक समय से बातचीत कर रहा है। पेगाट्रॉन और फॉक्सकॉन के साथ विस्ट्रॉन भारत में तीन ताइवानी आईफोन निर्माताओं में से एक है।