Home Health गंदे कोलेस्ट्रॉल के पंगे से मुक्त हैं ये 3 देश, हार्ट अटैक से भी मौत नहीं! गरीबों की डाइट ने ही बना दी सेहतमंद

गंदे कोलेस्ट्रॉल के पंगे से मुक्त हैं ये 3 देश, हार्ट अटैक से भी मौत नहीं! गरीबों की डाइट ने ही बना दी सेहतमंद

0


हाइलाइट्स

जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस ऐसे देश हैं जहां दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण सबसे कम मौतें होती हैं.
भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर 140.72 है

Low Cholesterol Level in Japan, Korea, France: बदलती जीवनशैली में हार्ट अटैक की समस्या तेजी से बढ़ रही है. अब तो बड़ी संख्या में युवा भी इसके शिकार होने लगे हैं. कोरोना संकट के बाद हार्ट अटैक और कार्डिक अरेस्ट के कारण मौत के मामले और भी बढ़ गए हैं. लेकिन, क्या आपको पता है कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां हार्ट अटैक से मौत का आंकड़ा काफी कम हैं. ये बेहद विकसित देश हैं लेकिन ये अमेरिका या इंग्लैंड नहीं हैं. इन देशों ने बेहतर जीवन शैली अपनाकर इस बीमारी के प्रभाव को काफी हद तक नियंत्रित कर लिया है. दरअसल, अब तक के शोध से यह तय हो चुका है कि हार्ट अटैक या दिल की अन्य बीमारियां के पीछे एक अहम कारण जीवनशैली है. अगर आप बेहतर जीनवशैली का पालन करते हैं तो इन चीजों पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है.

आज हम तीन देशों के बारे में बात कर रहे हैं. ये तीन देश हैं जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस. इन तीन देशों में दुनिया में हार्ट अटैक से सबसे कम मौतें होती हैं. एक वेबसाइट वर्ल्ड लाइफ एक्सपेक्टेंसी डॉट कॉम के मुताबिक इस मामले में जापान 181वीं रैंक पर है. यहां प्रति एक लाख लोगों से केवल 30.62 लोग की मौत दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से होती है. फ्रांस का स्थान 182वां है. यहां प्रति एक लाख की आबादी पर केवल 30.17 लोग की मौत दिल से जुड़ी बीमारी की वजह से होती है. फिर दक्षिण कोरिया का नाम आता है. इसका स्थान 183वां है. यहां प्रति एक लाख की आबादी में केवल 27.78 लोगों की मौत दिल की बीमारी की वजह से होती है.

भारत में 9 गुना मौत
वर्ल्ड लाइफ एक्सपेक्टेंसी डॉट कॉम के मुताबिक भारत में दिल की बीमारी से मौत का आधिकारिक आंकड़ा प्रति एक लाख की आबादी पर 140.72 है. जो जापान, फ्रांस और दक्षिण कोरिया की तुलना में करीब पांच गुना है. लेकिन, हमें यह ध्यान रखना होगा कि हमारे देश में स्वास्थ्य व्यवस्था इन देशों की तुलना में बेहद निम्म स्तर का है और अपने यहां बड़ी संख्या में दिल की बीमारी से जुड़ी मौतों को रिकॉर्ड नहीं किया जाता है. वेबसाइट ने जो आंकड़े जारी किए हैं वे केवल आधिकारिक हैं. यानी जिन मरीजों की मौत अस्पताल में हुई. नेशनल लाइब्रेरी फॉर मेडिसीन की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर 272 लोगों की मौत दिल की बीमारी से हो रही है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में दिल की बीमारी से होने वाली हर पांचवीं मौत भारत में होती है.

जापान, कोरिया और फ्रांस में मौत कम क्यों?
संयुक्त राष्ट्र और आर्थिक सहयोग व विकास संगठन ने अपनी-अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया है कि दुनिया में जापान, फ्रांस और दक्षिण कोरिया में दिल की बीमारी से सबसे कम लोगों की मौत होती है. इसके पीछे सबसे अहम कारक है इन देशों का सहन-सहन. हम भी सभी लोगों को इनसे सीखने की जरूरत है. अमेरिका हो या यूरोप के कई अन्य देश या फिर भारत या चीन की बात हो. आज दुनिया के अधिकतर देश इस बीमारी से सबसे ज्यादा पीड़ित हैं.

भूख से कम खाना
जापान के लोगों की एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये लोग एक बार में हम भारतीयों की तरह गले तक खाना नहीं खाते. जापान में एक कहावत कही जाती है ‘हारा हाची बू’. इसका मतलब होता है कि 80 फीसदी ही 100 फीसदी है. इसे भोजना की मात्रा के बारे लागू किया जाता है.

फरमेंटेड फूड
कोरिया के लोगों का भोजन फरमेंटेड फूड के बिना पूरा नहीं होता. फरमेंटेड फूड को दिल के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है. अगर हम भारत के संदर्भ में बात करें तो इडली, डोसा, कढ़ी, छाछ को फरमेंटेड फूड की श्रेणी में रखा जा सकता है. इन खाद्य पदार्थों में फैट की माता बहुत कम होती है और ये बेस्ट प्रोबॉयोटिक होते हैं.

मछली और ग्रीन टी का सेवन
दिल की बीमारी का सीधा संबंध कोलेस्ट्रॉल लेवल से है. ऐसे में कोलेस्ट्रॉल वाली चीजों से बचना ही समझदारी है. जापान, कोरिया और फ्रांस के लोग अपनी लाइफस्टाइल में इन चीजों को अपना चुके हैं. यहां ग्रीन टी पीने का कल्चर है. इसके साथ ही इन देशों के में मटन और चिकेन के बजाय मछली खाने का कल्चर रहा है. यहां तरह-तरह के शी फू्ड्स मिलते हैं. शी फूड्स से विटामिन डी और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिलता है. इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिट भी अच्छी मात्रा में मिलता है जो दिल की सेहत के लिए काफी फायदेमंद है.

शारीरिक गतिविधि पर जोर
इन देशों में एक बड़ा ही अच्छा कल्चर है. यहां पर लोग ज्यादा से ज्यादा पैदल चलना और खड़े रहना पसंद करते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप 25 साल की उम्र के बाद जब एक घंटा बैठते हैं तो आपकी उम्र 21 मिनट कम हो जाती है. ऐसा भी कहा जाता है कि जापान में बहुत कम लोगों ने अपने घरों में टीवी लगा रखा है. ऐसा माना जाता है कि घर में टीवी होने की वजह से वे ज्यादा देर तक बैठ जाएंगे जो उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं है.

बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा
इन देशों में दिल की बीमारी से बेहद कम मौत के पीछे बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा भी एक अहम कारण है. ये तीनों देश दुनिया में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा वाले देश हैं. यहां लोगों की हर साल गहन चिकित्सा जांच होती है. इसके साथ ही एंबुलेंस और हॉस्पिटल की सुविधा दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है. उदाहरण के लिए जापान में प्रति एक लाख की आबादी पर करीब 1200 बेड हैं. वहीं भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर केवल 50 बेड्स उपलब्ध हैं.



Source link