Monday, February 3, 2025
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गर्म पानी पीकर कहीं शरीर को नुकसान तो नहीं पहुंचा रहे आप? डॉक्टर से जान लीजिए कितनी डिग्री तक है सेफ


Drinking Hot Water effects on body: जल ही जीवन है लेकिन हमेशा गर्म पानी पीना सेहत के लिए अच्छा है. जब भी सर्दी-जुकाम होता है लोग गर्म पानी पीने की सलाह देते हैं. इसके अलावा डॉक्टर का भी मानना है कि गर्म पानी पीने से सेहत को कई फायदे होते हैं. मसलन गर्म पानी पीने से कोल्ड, कफ या साइनस की दिक्कतों में फायदा मिलता है. इसके साथ ही गर्म पानी पीने से डाइजेशन बेहतर रहता है, नर्वस सिस्टम सही रहता है, कॉन्स्टिपेशन नहीं होता, सर्दी के मौसम में ज्यादा सर्दी नहीं लगती. इस तरह गर्म पानी पीने के कई फायदे हैं.

लेकिन असली सवाल यह है कि कितना गर्म पानी हमें पीना चाहिए. कुछ लोग बहुत तेज गर्म पानी पी लेते हैं लेकिन उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन कुछ लोगों को हल्का गुनगुना पानी पीने में भी बहुत परेशानी होती है. लेकिन अगर आप ज्यादा गर्म पानी पीते हैं तो इसके नुकसान भी कम नहीं है. इसलिए यह जानना जरूरी है कि कितनी डिग्री तापमान वाले पानी को पीने योग्य माना जाए.

क्या-क्या होता है नुकसान
अपोलो अस्पताल, बेंगलुरु में चीफ क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि गर्म पानी पीना सेहत के लिए सही नहीं है. डॉक्टर भी गर्म पानी पीने को नहीं कहते बल्कि गुनगुने पानी पीने को कहते हैं. अगर आप बॉडी टेंपरेचर से ज्यादा गर्म पानी पीएंगे तो शरीर के अंदरुनी अंगों को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है. इतना ही नहीं यदि आप ज्यादा गर्म पानी पीएंगे तो जीभ का टेस्टर यानी टेस्ट बड्स डैमेज हो जाएगा, इससे जीभ की लाइनिंग पर भी असर पड़ेगा जिसके कारण कुछ दिनों तक दर्द करेगा और स्वाद भी चला जाएगा.

वहीं मुंह में नर्व डैमेज होने की भी आशंका बढ़ जाती है. जीभ पर जो टेस्ट बड्स होते हैं वे डैमेज हो जाता है और जीभ की सतह भी डैमेज होने लगती है. डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि हमारा जो बॉडी का नॉर्मल टेंपरेचर होता है अगर उससे कम या ज्यादा गर्म चीजें हमारे अंदर जाती है तो इससे हमारे अंदरुनी अंगों पर दबाव पड़ता है. इससे मेटाबोलिज्म भी बिगड़ने लगता है.

कितना होना चाहिए पानी का टेंपरेचर
डॉ. प्रियंका रोहतगी बताती है कि विज्ञान के हिसाब से बॉडी का सामान्य टेंपरेचर 98.4 डिग्री होता है लेकिन बॉडी के अंदरुनी अंगों का तापमान इससे कम होता है जो नियत बना रहता है. इसलिए जब बॉडी में गर्म या ठंडी चीजें चली जाती है तो उन अंगों को दोबारा अपने नियत तापमान पर लाना पड़ता है. इस स्थिति में कई परेशानियां होती है. यही कारण है कि अगर 5 डिग्री से कम और 50 या 55 डिग्री से ज्यादा गर्म पानी पीते हैं तो इसका खामियाजा शरीर को भुगतना पड़ता है. ऐसे में हमेशा ध्यान रखें कि अगर गर्म पानी पीते हैं तो वह 50 डिग्री से ज्यादा न हो.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle



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