
[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Israel-Hamas War: हमास आतंकियों के इजरायल पर हमला किए जाने के बाद भीषण युद्ध जैसे हालात हैं। हमास आतंकियों ने इजरायल के करीब 1200 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। कई लोगों के घरों में घुसकर बर्बरता से उनकी हत्या कर दी गई। आने वाले दिनों में यह जंग और भीषण होती हुई दिख रही है। इस बीच, इजरायल भी जबरदस्त जवाबी कार्रवाई कर रहा है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्री का दावा है कि इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमलों में अब तक 900 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 4600 लोग घायल हैं, जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इजरायल और हमास जंग पर दुनियाभर के देशों की निगाहें हैं। अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, भारत जैसे देशों ने इजरायल का साथ देते हुए आतंकी हमले की निंदा की है, तो वहीं यूएई ने बड़ा ऐलान किया है। उसने फिलिस्तीन को 20 मिलियन डॉलर की सहायता राशि देने का फैसला किया है।
अमीरात न्यूज एजेंसी के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल-नाहयान ने फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता के लिए 20 मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं। यह मदद जल्द ही फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी के जरिए से भेजी जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि यह संकट के समय कमजोर आबादी को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने की यूएई की नीति का हिस्सा था। बता दें कि इजरायल द्वारा भीषण हमले के बाद अब लगभग 74,000 विस्थापित लोग गाजा में 64 यूएनआरडब्ल्यूए आश्रयों में रह रहे हैं। यह आंकड़ा आने वाले समय में और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि इजरायल ने हमास आतंकियों द्वारा किए गए हमलों का बदला लेने का फैसला किया है, जिसके चलते गाजा पट्टी में न सिर्फ बिजली, पानी की सुविधाएं खत्म कर दी गई हैं, बल्कि बड़ी संख्या में बमबारी भी की जा रही है।
इजरायली विमानों ने गाजा पट्टी के आसपास बरसाए बम
इजरायली युद्धक विमानों ने गाजा पट्टी के आस-पास के इलाकों पर हमले किए, जिससे इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं और लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में भटकते नजर आए। यह एक ऐसा इलाका है जो अब हमास के आतंकवादियों द्वारा सप्ताहांत में किए गए हमले के जवाब में इजरायल की ओर से जवाबी कार्रवाई का सामना कर रहा है। मानवतावादी समूहों ने गाजा में सहायता पहुंचाने के लिए गलियारे बनाने का अनुरोध किया है। इन समूहों ने आगाह किया है कि घायलों से भरे अस्पतालों में आपूर्ति खत्म हो रही है। इजरायल ने गाजा में भोजन, ईंधन और दवाओं की आपूर्ति पर रोक लगा दी है और सीमा के पास हवाई हमले के बाद मिस्र से एकमात्र पहुंच मंगलवार को बंद हो गई। युद्ध में दोनों ओर के कम से कम 1,900 लोगों की मौत हो गई है। मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका है। हमास का कहना है कि सप्ताहांत का हमला इजरायली कब्जे वाले हिस्से में रह रहे फलस्तीनियों के लिए बिगड़ती स्थितियों का प्रतिशोध था।
सीरिया ने की इजरायल पर गोलीबारी, जवाबी कार्रवाई में दागे मोर्टार
वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि वह सीरिया की ओर से की गई गोलाबारी के जवाब में तोपों से गोले दागने के साथ ही मोर्टार भी दाग रही है। सेना ने कहा कि सीरिया से गोले दागे गए और ऐसा प्रतीत होता है कि गोले एक खुले क्षेत्र में गिरे हैं। उसने कहा कि यह गोलाबारी ऐसे समय में सामने आयी है जब इजरायल हमास के हमले के जवाब में गाजा में हमले कर रहा है और लेबनानी हिजबुल्ला के साथ गोलीबारी जारी है। सीरिया की ओर से इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है। ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानीकर्ता ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि एक फलस्तीनी समूह ने सीरियाई क्षेत्र से रॉकेट हमला किया।
[ad_2]
Source link