अहमदाबाद:
गुजरात विश्वविद्यालय के हॉस्टल में भीड़ ने विदेशी छात्रों के एक समूह पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
हमले में पाँच छात्र घायल हुए हैं। भीड़ ने कथित तौर पर रात में उस समय हमला किया जब पीड़ित छात्र हॉस्टल परिसर में नमाज अदा कर रहे थे। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने पुलिस को दोषियों को पकड़ने और मामले की जाँच का आदेश दिया है।
इस समय रामजान का पाक महीना चल रहा है। छात्र रात में तरावीह (नमाज) पढ़ने के लिए जुटे थे। इसी दौरान कथित तौर पर हमला किया गया।
पीड़ितों के अनुसार, लाठी-डंडों और चाकुओं से लैस भीड़ जबरन हॉस्टल में घुस गई और उन पर हमला किया। भीड़ ने संपत्ति को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचाया। हॉस्टल के सुरक्षाकर्मी हमले को रोकने में नाकाम रहे।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता ने कहा, हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। हम जल्द ही कुछ प्रशासनिक फैसले लेंगे। पुलिस भी इस मामले को सुलझाने के लिए हमारे साथ काम कर रही है। अभी इस बात की जाँच होनी बाकी है कि हमला करने वाले विश्वविद्यालय के छात्र थे या नहीं। नमाज एक निजी फैसला है। वह नमाज अपने कमरे में या मस्जिद में अदा कर रहे हैं, और उनके लिए क्या आदर्श है। इसका जवाब केवल छात्र ही दे सकते हैं।
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने राष्ट्रीय नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
अहमदाबाद शहर के पुलिस आयुक्त जेएस मलिक ने कहा कि मामले की जाँच की जा रही है। न्याय जरूर मिलेगा।
एक अफगान छात्र ने बताया कि हमलावर उनके कमरे में घुस आए, सामान तोड़ दिया और भड़काऊ नारे लगाए। घायलों में अफगानिस्तान, श्रीलंका, तुर्कमेनिस्तान और दो अफ्रीकी देशों के नागरिक शामिल हैं।
पुलिस के पहुँचने से पहले ही हमलावर फरार हो चुके थे। घायल छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनके संबंधित दूतावासों को सूचना दे दी गई है।
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