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Gujjar Reservation Movement : राजस्थान में फिर से भड़के गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि गुर्जर बीजेपी राज में ही क्यों भड़कते हैं. क्या इसका सं…और पढ़ें

मदन राठौड़ ने कहा कि गुर्जर समाज का जब जब भी आंदोलन हुआ है तो उसकी टाइमिंग पर गौर कीजिए.
हाइलाइट्स
- गुर्जर आरक्षण आंदोलन पर भाजपा ने कांग्रेस को घेरा.
- मदन राठौड़ ने गहलोत-पायलट मुलाकात पर सवाल उठाए.
- गुर्जर आंदोलन के दौरान रेलवे ट्रैक जाम किया गया.
जयपुर. राजस्थान में एक बार फिर गुर्जर आरक्षण की आग सुलगते सुलगते रह गई. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे और आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला के नेतृत्व में पीलूपुरा में गुर्जर समाज की महापंचायत की गई. वहां से 2008 में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने आंदोलन का आगाज किया था. हालांकि राज्य सरकार से मिले आश्वासन पर आंदोलन समाप्त होने की घोषणा हो गई. लेकिन गुर्जर आंदोलन को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने इस मामले में विपक्ष को निशाने पर लिया है.
आंदोलन के लिए स्थान और भी बहुत है रेलवे ट्रैक ठीक नहीं
बकौल राठौड़ पूर्व में वसुंधरा राजे की सरकार में भी षड्यंत्र हुआ था. इस बार भी भजनलाल सरकार में यही कोशिश की गई. राठौड़ ने सवाल उठाया कि कांग्रेस के समय में गुर्जर आंदोलन क्यों नहीं होते? ये षड्यंत्र नहीं है तो क्या है? राठौड़ ने कहा कि इसका अर्थ है ये सब प्रायोजित है. बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके गुर्जर नेता विजय बैंसला की ओर से आंदोलन का नेतृत्व करने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि उन्होंने अपने समाज के लिए मांग उठाई है. मांग रखने का अधिकार सबको है. यह मांग सामाजिक मंच पर उठाई गई. लेकिन इतना जरूर है कि स्थान चयन को मैं उचित नहीं मानता. अपनी मांग के लिए जनता को परेशान करना ठीक नहीं है. मांग रखने और आंदोलन के लिए स्थान और भी बहुत है. रेलवे ट्रैक ठीक नहीं है.
गहलोत पायलट के मिलने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है तो ये गलत है
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने गुर्जर आंदोलन के दौरान समझौते के बाद भी भीड़ की ओर से रेलवे ट्रैक जाम करने और आंदोलन को उग्र करने के प्रयास पर कहा कि कांग्रेस ने पूर्व में कई षड्यंत्र किए हैं. हाल ही में पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट मिले थे. यदि उनके मिलने के बाद ऐसा हुआ तो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. राठौड़ ने कहा कि इन दोनों के मिलने से ये स्थिति उत्पन्न हुई है तो ये गलत है. लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने का काम किया गया, लेकिन हमारी सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
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