Home National गैंगस्‍टर दीपक का फर्जी दस्‍तावेजों से पासपोर्ट बनवाने वाला महफूज खान गिरफ्तार, कभी बेचता था माता की चुनरी

गैंगस्‍टर दीपक का फर्जी दस्‍तावेजों से पासपोर्ट बनवाने वाला महफूज खान गिरफ्तार, कभी बेचता था माता की चुनरी

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गैंगस्‍टर दीपक का फर्जी दस्‍तावेजों से पासपोर्ट बनवाने वाला महफूज खान गिरफ्तार, कभी बेचता था माता की चुनरी

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नई दिल्‍ली. कुख्‍यात गैंगस्‍टर (Gangster) दीपक बॉक्‍सर का फर्जी दस्तावेजों की मदद से पासपोर्ट बनवाने वाले एजेंट महफूज खान उर्फ भूरा दलाल को दिल्‍ली पुलिस की स्‍पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके खुलासे के आधार पर 15 पासपोर्ट, 7 आधार कार्ड और 7 पैन कार्ड और 6 वोटर कार्ड मुरादाबाद से बरामद हुए हैं. उसे दिल्‍ली के रोहिणी सेक्‍टर 15 से गिरफ्तार किया गया. उसने बताया कि उसे दीपक बॉक्‍सर के गिरफ्तार होने की खबर मिल गई थी, जिसके बाद वह फरार हो गया था. दीपक बॉक्सर को हाल ही में स्पेशल सेल मेक्सिको से गिरफ्तार करके लाई थी. दीपक बॉक्सर लॉरेंस बिश्नोई का खास है और गैंग्स्टर जितेंद्र गोगी के एनकाउंटर के बाद गिरोह को संभाल रहा था.

महफूज खान ने पूछताछ में बताया कि दीपक बॉक्‍सर के लिए उसने दस्‍तावेज तैयार कराए थे और 18 हजार रुपए में उसका पासपोर्ट बनवा दिया था. आरोपी महफूज खान उर्फ ​​भूरा दलाल हिन्दू कॉलेज यूपी से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर है. अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उसने कटरा, जम्मू, अमृतसर, बैंगलोर, सूरत और भारत के अन्य स्थानों में “माता की चुन्नी” की सप्लाई की क्योंकि उनके मामा की उत्तर प्रदेश के रामपुर में “माता की चुन्नी” बनाने का एक प्लांट था. हालाँकि वर्ष 2014 में जब उसकी पत्नी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थीं, तो उन्होंने यह काम छोड़ दिया और “लिमरा टूर एंड ट्रैवल्स” के नाम से इंदिरा चौक मुरादाबाद में एक कार्यालय शुरू किया. उन्होंने अपने कार्यालय में एक पुरुष और एक महिला को नियुक्त किया और हज और उमरा के लिए सऊदी अरब जाने के इच्छुक लोगों के लिए पासपोर्ट आवेदन करना शुरू कर दिया.

फर्जी दस्‍तावेजों के जरिए बनवा देता था पासपोर्ट
उस अवधि के दौरान वह क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय बरेली यूपी के बाहर काम कर रहे एक पासपोर्ट एजेंट के संपर्क में आया. इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ फर्जी पासपोर्ट चाहने वालों या जिनके आईडी में कोई गड़बड़ी है और जो विदेश जाना चाहते हैं, उनके लिए फर्जी दस्तावेज बनाना शुरू कर दिया. वर्ष 2016-17 में उन्होंने अपने अवैध कारोबार के संबंध में कानूनी जटिलताओं और कमियों के बारे में जानने के लिए एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश भी लिया, लेकिन दो साल बाद पाठ्यक्रम को बंद कर दिया. कोविड लॉकडाउन के दौरान उन्हें अपना ऑफिस बंद करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इस काम को ऑनलाइन जारी रखा क्योंकि उन्होंने ग्राहकों का एक बड़ा आधार तैयार कर लिया था.

Tags: Delhi Police Special Cell, Gangster

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