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Vastu Curtain Tips: जब हम घर की सजावट की बात करते हैं, तो अक्सर फर्नीचर, दीवारों का रंग, लाइटिंग और सजावटी सामान पर ज्यादा ध्यान देते हैं. लेकिन एक चीज जिसे लोग आमतौर पर हल्के में ले लेते हैं, वो है पर्दों का रंग. पर्दे सिर्फ धूप रोकने या प्राइवेसी बनाए रखने के लिए नहीं होते, बल्कि इनका रंग और जगह भी हमारे जीवन पर असर डालता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर सही दिशा में सही रंग का पर्दा लगाया जाए, तो वह घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और नकारात्मकता को दूर करता है. ये पर्दे न केवल आपके घर को खूबसूरत बनाते हैं, बल्कि आपकी सेहत, रिश्तों और करियर पर भी अच्छा प्रभाव डाल सकते हैं. हर कमरे की अपनी अलग ऊर्जा होती है और उसी के अनुसार पर्दों का चयन करना फायदेमंद होता है. इसलिए अगर आप अपने घर में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं, तो पर्दों के रंग का चुनाव सोच-समझकर करें. आइए जानते हैं ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री अंशुल त्रिपाठी से किस कमरे में कौन से रंग के पर्दे लगाने चाहिए.
बच्चों का कमरा
बच्चों के कमरे के लिए सबसे बेहतर होते हैं नीले, हरे या गुलाबी रंग के पर्दे. नीला रंग दिमाग को शांत करता है, जिससे बच्चे पढ़ाई में मन लगाते हैं. हरा रंग सेहत और विकास से जुड़ा है, तो वहीं गुलाबी रंग प्यार और मासूमियत का अहसास कराता है. इन रंगों के पर्दे कमरे को पॉजिटिव और फ्रेश बनाते हैं जिससे बच्चे का विकास बेहतर होता है.
नवविवाहित जोड़े का कमरा
नए शादीशुदा जोड़े के कमरे में लाल, बैंगनी या गुलाबी रंग के पर्दे लगाना बेहद फायदेमंद होता है. लाल रंग उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक है. यह रिश्ते में गर्मजोशी और आकर्षण बनाए रखता है. बैंगनी रंग नए विचारों और भावनाओं को जगाता है, जो एक नए जीवन की शुरुआत में जरूरी होता है. गुलाबी रंग रिश्ते में मिठास और आत्मीयता लाता है. इन रंगों के पर्दे पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करते हैं.
मुखिया का कमरा
परिवार के मुखिया यानी घर के जिम्मेदार सदस्य के कमरे में ऐसे रंग होने चाहिए जो मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास बढ़ाएं. नीला रंग शांति और संतुलन लाता है. नारंगी रंग जोश और नई ऊर्जा का प्रतीक है. भूरा रंग स्थिरता, भरोसे और मजबूती का संकेत देता है. इन रंगों से मुखिया के निर्णय क्षमता में सुधार होता है और जीवन में स्थायित्व आता है.
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डाइनिंग एरिया
डाइनिंग रूम में परिवार एक साथ बैठकर खाना खाता है, इसलिए वहां सौहार्द और सामंजस्य जरूरी होता है. हल्के भूरे (ब्राउन) और क्रीम रंग के पर्दे इस जगह के लिए अच्छे माने जाते हैं. ये रंग भोजन के समय शांत और सुखद माहौल बनाते हैं. परिवार के बीच बेहतर बातचीत और संबंधों में मिठास लाते हैं.
गेस्ट रूम
गेस्ट रूम यानी मेहमानों के कमरे में ऐसे रंग होने चाहिए जो उन्हें आरामदायक और अपनापन महसूस कराएं. हल्का बादामी या क्रीम रंग का पर्दा इस कमरे के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. इससे मेहमानों को शांति और सुकून महसूस होता है. घर में समृद्धि और सकारात्मक माहौल बना रहता है.
पूजाघर
पूजा का स्थान पवित्रता और शांति का केंद्र होता है. यहां ऐसे रंग होने चाहिए जो आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाएं. हल्का पीला रंग ज्ञान, बुद्धि और भक्ति से जुड़ा होता है. नारंगी रंग ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है. इन रंगों से पूजा करते समय मन एकाग्र होता है और घर में सकारात्मक वाइब्स बनी रहती हैं.
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