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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी कहा था कि एक दिन यह अनुच्छेद गायब हो जाएगा। इसके बावजूद जम्मू-कश्मीर के लोग सात दशकों तक अपने अधिकारों से वंचित थे। इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि संविधान में आर्टिकल 370 एक अस्थायी प्रावधान था। पंडित नेहरू ने संसद में खुद ही कहा था, ये घिसते-घिसते घिस जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में महिलाओं औऱ वंचित लोगों को सात दशकों तक अत्याचार का सामना करना पड़ा। अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों अपना इतिहास गढ़ने के लिए स्वतंत्र हैं। बता दें कि 11 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए आर्टिकल 370 पर केंद्र सरकार के फैसले को सही ठहराया था। साल 2019 में मोदी सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म कर दिया था। इसके बाद इसे दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की बेंच ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए और यहां जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने चाहिए। कोर्ट ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर मे 30 सितंबर 2024 से पहले चुनाव हो जाने चाहिए। यहां चुनाव को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि पहले से ही संसद में हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में थ्री टायर पंचायती राज व्यवस्था लागू हो चुकी है जिसके तहत 35 हजार नेताओँ का चुनाव हुआ है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की महिलाएं कई क्षेत्रों में अच्छा काम कर रही हैं. अब नए उद्योग भी खुल रहे हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं कम हुई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि आम राय यह है कि देश को अब मिलीजुली सरकार की जरूरत नहीं है। इसी अस्थिरता में देश के कीमती 30 साल निकल गए। मिली जुली सरकार के समय में सुशासन का अभाव, भ्रष्टाचार लोग देख चुके हैं।