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उत्तर भारतीय घरों में दाल और रोटी में घी एड करने की परंपरा रही है। पर्व-त्योहारों पर खासकर घी की मिठाइयां व अन्य व्यंजन तैयार किए जाते हैं। कहते हैं कि घी से न सिर्फ खाने का स्वाद कई गुणा बढ़ जाता है, बल्कि इसके सेवन से याददाश्त और तार्किक क्षमता भी बढ़ती है। यह शरीर में बनने वाले वात के प्रभाव को कम करने में मदद करने के साथ ही डाइजेशन में सुधार लाता है। जिन्हें कब्ज की शिकायत होती है, उन्हें घी मिश्रित दूध के सेवन की सलाह दी जाती है। लेकिन इन दिनों शादी समारोहों, होटल, रेस्तरां, ढाबों आदि में मिलने वाले चाट, स्नैक, पराठे घी की बजाए बटर ऑयल में ही तले जा रहे हैं। आइए जानते हैं क्या है बटर ऑयल (butter oil), जिसकी घी में मिलावट की जा रही है। अधिक जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: घी के धोखे में कहीं आप भी बटर ऑयल तो नहीं कर रहीं इस्तेमाल? जानिए कैसे कर सकती हैं पहचान
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