हाइलाइट्स
चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 की विफलता के बाद ली सीख.
पूजा-पाठ से शुरू हुआ मिशन मून की लॉन्चिंग का काउंटडाउन.
Astrology Says On ChandraYaan-3 : चंद्रयान-3 पर ना सिर्फ देशवासियों की बल्कि दुनिया भर के लोगों की नजरें टिकी हुई हैं. आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) से भारत का बहुत प्रशिक्षित चंद्रयान-3 दोपहर 2:35 पर लॉन्च किया जाएगा, जिसे एसडीएससी श्रीहरिकोटा से एलपीएम तीन द्वारा लॉन्च करेंगे. श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 की सफलता से भारत की छवि में चार चांद लग जाएंगे. वैश्विक पटल पर भारत का कद बढ़ जाएगा. इसकी सफलता के लिए हर भारतवासी दुआ कर रहा है. चंद्रयान-3 के लिए आज का दिन कैसा रहेगा, इसको लेकर क्या कहता है ज्योतिष विज्ञान जानेंगे दिल्ली निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित आलोक पाण्डया से.
पिछली विफलता से ली सीख
इसरो ने पिछली बार विफल हुए चंद्रयान मिशन से सीख लेते हुए चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने के दायरे को बढ़ा दिया है, जिससे चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग की संभावनाएं पहले से कई गुना बढ़ गई है. हर भारतवासी उम्मीद और दुआ करता है कि चंद्रयान अपने मकसद में कामयाब हो और विश्व में भारत को चौथे सफल मून मिशन के लिए पहचान दिलाए.
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पूजा अर्चना से की शुरुआत
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के पहले इसरो के प्रमुख वैज्ञानिकों ने 13 जुलाई 2023 को तिरुमाला में स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना कर मिशन मून की सफलता की प्रार्थना की है. इस प्रार्थना में तीन महिला वैज्ञानिक और दो पुरुष वैज्ञानिक शामिल रहे. चंद्रयान 1 और 2 की असफलता के बाद चंद्रयान-3 में कई बदलाव कर उम्मीद जताई जा रही है कि यह मिशन कामयाब होगा और अमेरिका, रूस, चीन के बाद भारत सफल चंद्र मिशन में चौथे देश के रूप में अपना नाम दर्ज कराएगा.
चंद्रयान-3 को लेकर ग्रहों की स्थिति
भारतीय अनुसंधान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, 14 जुलाई 2023 दोपहर 2:35 पर वृश्चिक लग्न का उदय हो रहा है. इस लग्न के स्वामी मंगल दसवें भाव में शुक्र ग्रह के साथ बैठे हैं जिसकी वजह से मिशन मून को बल मिलने की अधिक संभावना है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, लग्नेश का दसवें घर में होना और वहां से लग्न को देखना लग्न और दशम दोनों भावों को मजबूत बनाता है. यह इसरो और उसके वैज्ञानिकों की मिशन मून के प्रति दृढ़ता को दर्शाता है.
महिला वैज्ञानिकों के लिए शुभ अवसर
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिशन मून में मंगल के साथ शुक्र ग्रह का होना महिला वैज्ञानिकों के लिए भी एक प्रमुख अवसर माना जा रहा है. इस मिशन के जरिए वे देश दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ सकेंगी. इस समय शनि चतुर्थ भाव में वक्री हैं जो कुछ समस्या की तरफ इशारा करते हैं. परंतु शनि-मंगल का संयुक्त प्रभाव टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में शुभ माना जाता है. जिससे उम्मीद लगाई जा रही है कि इस मिशन में किसी भी तरह की समस्या नहीं आनी चाहिए.
कैसी रहेगी ग्रहों की स्थिति?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग का समय बेहद ज्योतिष गणना के अनुसार खास माना जा रहा है. भाग्य स्थान के स्वामी चंद्रमा सातवें घर में विराजमान होकर उच्च के हो गए हैं. चंद्रमा का उच्च का होना मिशन मून के लिए बेहद सकारात्मक माना जा सकता है. उस समय चंद्रमा वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र में बैठे होंगे जो चंद्रमा का सबसे अनुकूल नक्षत्र माना जाता है. इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाता का अनुमान है कि मिशन मून में सफलता की संभावनाएं प्रबल हो सकती है.
चंद्रमा की राशि के मुताबिक, बुध, चंद्र और देवगुरु बृहस्पति का मुख्य प्रभाव चंद्रयान-3 लॉन्चिंग के दौरान रहने की संभावना है. बुध अष्टमेश और एकादशेश होकर भाग्य स्थान पर विराजमान हैं, वहीं चंद्रमा भाग्येश होकर सातवें घर में उच्च राशि के हैं, जबकि देव गुरु बृहस्पति द्वितीयेश और पंचमेश होकर छठे घर में राहु के साथ विराजमान है. इस समय उन पर वक्री शनि की दृष्टि है.
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मिल रहे शुभ संकेत
-प्रश्न लग्न के अनुसार वृश्चिक लग्न का उदय होने के कारण चंद्रमा उसे देख रहा है जिससे माना जा रहा है कि भाग्य का साथ मिलने की वजह से चंद्रयान-3 सफल हो सकता है.
-कुल मिलाकर वैदिक ज्योतिष के अनुसार चंद्रयान-3 के सफल होने के संकेत प्राप्त हो रहें हैं. जो भारत के लिए बेहद खुशी और गौरव की बात है.
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Tags: Astrology, Chandrayaan-3, Dharma Aastha, Predictions
FIRST PUBLISHED : July 14, 2023, 09:53 IST