
[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Gaganyaan Mission: XPoSat के साथ 2024 की धमाकेदार शुरुआत कर चुका भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO ने पूरे साल तोहफे देने की तैयारी कर ली है। भारतीय स्पेस एजेंसी के प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया है कि साल 2024 में 12 मिशनों पर ध्यान लगाया जा रहा है। बीते साल भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को लैंड कराकर इतिहास रच दिया था।
ISRO की नजर से कैसा होगा साल 2024
ISRO चीफ सोमनाथ ने बताया कि यह साल गगनयान के नाम रहने वाला है। उन्होंने कहा, ‘2024 गगनयान की तैयारी का साल होगा…। इसके साथ ही हम हेलीकॉप्टर आधारित ड्रॉप टेस्ट भी करेंगे, जिससे पैराशूट सिस्टम पर काम हो सके।’ उन्होंने बताया है कि कई ड्रॉप टेस्ट होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम सैकड़ों वेल्युएशन टेस्ट भी करेंगे। इसलिए यह गगनयान वर्ष होने वाला है। इनके साथ हम GSLV भी लॉन्च करने वाले हैं…।’
सोमनाथ ने इस दौरान पूरे साल की प्लानिंग भी साझा कर दी। उन्होंने साल 2024 को लेकर कहा, ‘सिर्फ 12 महीनों में ही हमारा लक्ष्य कम से कम 12 मिशनों का है। सबकुछ सही रहा तो ये हमारे हार्डवेयर तैयार करने की, टेस्टिंग को पूरा करने की क्षमता के हिसाब से बढ़ भी सकते हैं। अगर सब ठीक नहीं रहा, तो कुछ असर हो सकता है, नहीं तो हम कम से कम 12 से 14 मिशनों के लिए तैयार हैं…।’
क्या है XPoSat
सोमवार को PSLV-C58 की मदद से आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से XPoSat लॉन्च किया गया।XpoSat ‘ब्लैक होल’ की रहस्यमयी दुनिया का अध्ययन करने में मदद करेगा। यह ब्लैक होल जैसे अंतरिक्ष से जुड़े बड़े-बड़े सवालों के जवाब खोजने वाला है। खबर है कि यह मिशन करीब 5 सालों तक चलेगा।
पीटीआई भाषा के अनुसार, सोमनाथ ने कहा, ‘आप सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं। एक जनवरी 2024 को PSLV का एक और सफल अभियान पूरा हुआ। PSLV-C58 ने प्रमुख उपग्रह एक्सपोसैट को निर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘इस बिंदु से पीएसएलवी के चौथे चरण की कक्षा सिमटकर निचली कक्षा में बदल जाएगी जहां PSLV का ऊपरी चरण जिसे ‘पोअम’ बताया गया है वह पेलोड के साथ प्रयोग करेगा और उसमें थोड़ा वक्त लगेगा।’
[ad_2]
Source link