झारखंड में इन दिनों सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। झारखंड में चंपई सोरेन सरकार का आज यानी सोमवार को फ्लोर टेस्ट होना है। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन आज सुबह 11 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। कोर्ट की इजाजत से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट के दौरान मौजूद रहेंगे। वहीं, फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार रात को सत्ता पक्ष के 37 विधायक हैदराबाद से रांची लौटे। दो चार्टर्ड प्लेन से विधायकों को रांची लाया गया।
विधायकों की रात सर्किट हाउस में गुजरी
सत्ता पक्ष के विधायक 2 फरवरी को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेने के शपथ ग्रहण के बाद हैदराबाद के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उड़ान रद्द हो जाने से उन्हें वापस एयरपोर्ट से लौटना पड़ा। 3 फरवरी को वो हैदराबाद के लिए रवाना हुए। पिछले दो दिनों से सभी विधायक हैदराबाद के लियोन रिसॉर्ट में ठहरे थे। रांची पहुंचने के बाद सभी विधायकों को सर्किट हाउस लाया गया। विधायकों की रात सर्किट हाउस में ही गुजरी। विधायकों को आज कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा लाया जाएगा। प्रशासन की ओर से सर्किट हाउस से विधानसभा तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
रांची लौटे सत्ता पक्ष के विधायक
43 विधायकों के समर्थन का दावा
चंपई सोरेन ने विधायकों को हैदराबाद भेजे जाने से पहले दावा किया था कि उनके पास पूर्ण बहुमत है। सर्किट हाउस से 43 विधायकों के समर्थन वाला वीडियो जारी किया था। हालांकि, हेमंत सोरेन को छोड़ दें तो फिर भी चार विधायक इससे बाहर थे। वहीं, लोबिन हेम्ब्रोम की नाराजगी भी सामने आई थी। हालांकि, शिबू सोरेन से मुलाकात के बाद उनके तेवर में बदलाव देखा गया और उन्होंने यहां तक कहा कि विधायकों को हैदराबाद जाने की जरूरत नहीं थी, जो बिकने वाले हैं वे कहीं भी बिक सकते हैं और मुझे कोई नहीं खरीद सकता। हेम्ब्रोम ने साफ किया कि वह चंपई सोरेन को समर्थन देंगे, लेकिन शिबू सोरेन की बहू और विधायक सीता सोरेन का रुख साफ नहीं हुआ है।