कूलर पुराना होने के बाद उसका पंप भी काम करना कम देता है। इसकी वजह से ठंडी हवा भी कम हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसी ही समस्या हो रही है तो आपको सबसे पहले कूलर का पंप ही बदलना चाहिए। पंप बदलने का सबसे बड़ा फायदा होता है कि ये पानी अच्छी तरह उठाता है और कूलिंग पैड पर पानी ज्यादा आने के बाद कूलिंग भी ज्यादा होने लगती है। यही वजह है कि समय के सात आपको कूलर का पंप भी बदल देना चाहिए।
कूलिंग पैड में बदलाव-
कूलिंग पैड को भी आपको तुरंत बदल देना चाहिए। कूलिंग पैड बदलने की वजह से भी आपके कूलर की कूलिंग डबल हो जाती है। अगर आपको भी कूलिंग पैड की वजह से कूलर की कूलिंग कम लग रही है तो आपको तुरंत इसे बदल देना चाहिए। कूलिंग पैड जाम होने की स्थिति में इसकी हवा भी कम हो जाती है। बाकि कम गर्म होना या ठंडी होना तो एक दूसर मसला है, लेकिन सबसे पहले आपको इसे चेंज करना होगा।
पंखे की सर्विस-
कूलर पुराना होने के बाद उसका पंखा भी कम हवा फेंकता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आपको उसे पहले क्लीन कर लेना चाहिए। हालांकि कई बार पंखे कंडेंसर वीक होने की वजह से भी उसकी स्पीड कम हो जाती है। इसलिए आपको इसका भी काफी ध्यान रखने की जरूरत है।