
[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Ayodhya ram mandir news: अयोध्या में राम मंदिर के लिए उद्घाटन का कार्यक्रम 22 जनवरी 2024 को तय किया गया है। इस दिन राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस वक्त अयोध्या नगरी राममय हो चुकी है। राम मंदिर उद्घाटन के लिए उत्सुकता सिर्फ देश ही नहीं नेपाल, श्रीलंका समेत दुनियाभर के कई देशों में भी है। राम मंदिर के लिए देश-विदेश से हजारों उपहार आ रहे हैं। इसमें चांदी के जूते, गहने और सीता माता के लिए खास साड़ी समेत नेपाल के जनकपुर में सीता जी की जन्मस्थली से भगवान राम के लिए 3000 से अधिक उपहार शामिल हैं।
अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर दी गई हैं। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ऐलान किया है कि 22 जनवरी के दिन स्कूल-कॉलेजों को बंद रखा जाएगा। साथ ही उस दिन शराब की दुकानें भी बंद रहेंगी। सरकार की तरफ से सुरक्षा को लेकर भी तमाम व्यवस्थाएं कर दी गई हैं। राम मंदिर उद्घाटन के लिए तमाम हस्तियां पहुंच रही हैं। मंदिर समिति की ओर से सभी दलों को भी न्योता दिया गया है। साथ ही दुनियाभर के हिन्दू मंदिरों के अलावा चारधाम समेत देश के प्रमुख मंदिरों को आमंत्रण दिया गया है।
राम मंदिर उद्घाटन के लिए देश-विदेश से कई उपहार आ रहे हैं। एक नजरः
सीता माता के घर से क्या उपहार आए
नेपाल के जनकपुर में सीताजी की जन्मस्थली से भगवान राम के लिए 3,000 से अधिक उपहार अयोध्या पहुंचे हैं। चांदी के जूते, गहने और कपड़े सहित उपहार, जनकपुर में राम जानकी मंदिर के पुजारी राम रोशन दास द्वारा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दिए गए हैं। उपहार नेपाल के जनकपुर धाम रामजानकी मंदिर से लगभग 30 वाहनों के काफिले में ले जाए गए और शनिवार को कारसेवकपुरम पहुंचे। इसमें राम लला के ‘ससुराल’ के 500 से अधिक भक्त शामिल थे, जो फल, मिठाई, सोना, चांदी और अन्य वस्तुओं सहित 3,000 से अधिक उपहार लाए थे।
नेपाल से अयोध्या तक 500 किमी से अधिक की यात्रा करने वाले अधिकांश उपहारों में सूखे मेवे और क्षेत्र की पारंपरिक मिठाइयां शामिल थीं। उपहार राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने प्राप्त किए। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने नेपाल के जनकपुर शहर से अयोध्या तक भार (सनेश) यात्रा का आयोजन किया।
त्रेता युग से चला आ रहा नेपाल-भारत का रिश्ता
चंपत राय ने नेपाल और भारत के बीच लंबे समय से चले आ रहे रिश्ते पर जोर दिया, जो त्रेता युग से चला आ रहा है। राय के मुताबिक, नेपाल से आए उपहार भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में बांटे जाएंगे। अयोध्या के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने जनकपुर के लोगों के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया। जनकपुर के लोग माता सीता के रिश्तेदार माने जाते हैं।
अन्य उपहारों पर एक नजर
राम मंदिर के लिए आ रहे अन्य उपहारों पर नजर डालें तो वडोदरा के विहा भरवाड द्वारा बनाई खास अगरबत्ती भी अयोध्या लाई गई है। यह इतनी बड़ी है कि करीब डेढ़ महीने तक जलती रहेगी। वहीं, सोने की परत चढ़ा 56 इंच का विशाल नगाड़ा भी राम मंदिर में स्थापित किया जाएगा। सूरत में माता सीता के लिए तैयार विशेष साड़ी को भी अयोध्या लाया जा रहा है। इस साड़ी में श्रीराम की तस्वीर है।
[ad_2]
Source link