
[ad_1]
मो. इकराम/धनबाद. पर्व-त्योहार का सीजन हो और अनरसा की बात न हो ऐसा नहीं हो सकता है. अनरसा एक पारंपरिक मिठाई है जो कि कम लागत में तैयार हो जाती है. इस वजह से यह सस्ते दर बिकने वाली मिठाई भी है. धनबाद में भी अनरसा के शौकिनों की कमी नहीं है. यही कारण है कि यहां इसकी कई दुकानें मिल जाएंगी. लेकिन स्टेशन रोड में डीआरएम चौक के पास धनंजय की दुकान का खोवा वाला अनरसा खास है.
धनंजय ने बताया कि यह दुकान 40 साल पुरानी है. उनके पिता के द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी. तभी से लोगों को यहां का अनरसा खासा पसंद है. पिता के बाद अब वह इस धंधे को संभाल रहे हैं. दुकान पर मिठाई का वहीं पुराना स्वाद बरकरार है. धनंजय ने बताया कि अनरसा की खऱीदारी करने लोग यहां दूर-दूर से आते हैं.
अनरसा की रेसिपी
अनरसा तैयार करने की विधि को लोकर उन्होंने बताया कि सबसे पहले चावल को अच्छी तरह पानी में भिगोया जाता है. फिर सूती कपड़े पर भींगे चावल को फैलाते हैं. फिर इसे पीसा जाता है. इसके बाद चावल के आटा में मैदा, दूध, शक्कर, पंचमेवा व खोवा मिलाकर अच्छे से मिलाया जाता है. इसके मिश्रण को कुछ देर छोड़ने के बाद लाई बनाकर गरमा गरम तेल में छाना जाात है. अंत में इसके ऊपर सफेद तील लगाया जाता है.
क्या है अनरसा की कीमत?
धनंजय ने बताया कि उनकी दुकान पर बिना खोवा वाला भी अनरसा उपलब्ध है. इसकी कीमत 120 रुपये किलो है. वहीं, खोवा वाला अनरसा 200 रुपये किलो बेचते हैं. एक किलो में करीब 20 पीस आता है. रोजाना करीब 30 किलो अनरसा की खपत है. इसके अलावा पिरुकिया और नकमीन भी तैयार कर बिक्री की जाती है.
.
FIRST PUBLISHED : September 29, 2023, 10:48 IST
[ad_2]
Source link