Friday, November 22, 2024
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चाहिए काजू… किशमिश…और मुनक्के से बना आचार, तो आएं यहां 


विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. अचार का नाम सुनते ही मूंह में पानी आ जाता हैं. आचार किसी भी खाने के साथ खाने का स्वाद और भी बढ़ जाता है. अचार खाने के बाद लोगों को स्पाइसी का स्वाद मिलता है. जिस कारण लोग खूब मजा लेते हैं. ऐसे में अचार हम सबों के घर में आसानी से मिल जाता है. इसमें आम, इमली, कटहल का और मिर्च का अचार तो खाया होगा, पर ड्राई फ्रूट के बने इस अचार को अगर आप खायेंगे तो इसका स्वाद भी लाजवाब लगेगा. इसको बनाने की विधि भी आप आसानी से जान सकते हैं.

पूर्णिया के इस जगह पर मिलेगा ड्राई फ्रूट का आचार
पूर्णिया के रणभूमि मैदान में 15 से 25 दिसंबर तक आयोजित होने वाली खादी मेला में पटना से आए युवा उद्यमी के द्वारा अचार के स्टाल लगाए गए हैं. जहां पर तकरीबन 100 से अधिक वैरायटी के अचार आपको मिलेंगे. वहीं सबसे खास अचार की अगर बात की जाए तो ड्राई फ्रूट के बने अचार काजू, किशमिश, मुनक्का और छुहारा से बने अचार की खूब डिमांड हो रही है.

पटना से आये उद्यमी संजय ने बताई आचार की पूरी प्रक्रिया
जानकारी देते हुए पटना से आए युवा उद्यमी अन्नपूर्णा लघु उद्योग के मैनेजर संजय कुमार गुप्ता कहते हैं की वो पटना से चलकर पूर्णिया आए हैं. उन्होंने कहा कि उसके पास अचार की कई वैरायटी है. जिसमें खास ड्राई फ्रूट का स्पेशल अचार है. आप इस बाजार में लगे इस स्टॉल पर कोई भी आचार खरीद सकते हैं. जिसकी कीमत₹70 प्रति 250 प्रति ग्राम में कोई भी अचार की आप खरीदारी कर सकते हैं.

पूर्वजों की कला का कर रहे प्रयोग
आम, इमली, कटहल के अचार का जो बनाने की प्रक्रिया है बस उसी तरह इस प्रक्रिया से इस आचार को भी बनाया जाता है. लेकिन इसमें मसाले की जगह गुड़ ( शक्कर) डालना होता है. यह आचार बनाने की कला हमारे पूर्वजों से चली आ रही है. नाना-नानी, दादी- दादी इसको जिस तरह बनाते थे, उसी तरह से हमलोग भी बनाते हैं. इस विरासत को संभालना चाहिए और जो बुजुर्ग हम लोगों को सीख दे गए.

उन चीजों को आज भी वह सीख कर आचार बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मेले में वह ड्राई फ्रूट का अचार के साथ-साथ अलग-अलग तरह के अचार लेकर आए हैं.

शहरवासियों से स्टॉल पर आने की अपील
उन्होंने पूर्णिया वासियों से अपील करते हुए कहा कि जिस तरह पिछली बार आपके शहर पूर्णिया में आकर स्टॉल लगाया था और आपने अच्छी खरीदारी की थी. हम सबों का मनोबल बढ़ाया था, फिर उसी तरह दोबारा आप मेरे स्टॉल पर आए हैं और आप अपने मनपसंद के मुताबिक आचार की खरीदारी करें.

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उन्होंने कहा कि उनके आचार की अच्छी गुणवत्ता को देखते हुए वह पहले ठेले से आचार बेचा करता थे, लेकिन वह आज अच्छी गुणवत्ता के कारण बिहार राज्य के अलग-अलग खादी मॉल एवं बड़े-बड़े स्टोर पर उनका यह बना आचार बेचा जाता है.

Tags: Bihar News, Food, Food 18, Purnia news



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