पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों ही आर्थित तौर पर नाकाम साबित हो चुके हैं। दोनों ही देश दक्षिण एशिया में स्थित हैं और चीन के कर्ज के बोझ तले दबे हैं। श्रीलंका और पाकिस्तान लंबे सयम से गृह युद्ध जैसे हालात से भी जूझते रहे हैं। वहां के राजनेताओं ने भी अपनी शक्तियों का फायदा खुद के लाभ के लिए ही उठाया है।