
कनाडा में फाइटर जेट डील का हो रहा विरोध
कनाडा और अमेरिका के बीच घनिष्ठ रक्षा संबंध रहे हैं। कनाडा अपनी सुरक्षा के लिए काफी हद तक अमेरिका पर निर्भर है। कनाडा लंबे समय से अपने पुराने पड़ चुके CF-18 फाइटर जेट को बदलना चाहता है। इनमें से कुछ फाइटर जेट तो 40 साल पुराने हैं। बताया जा रहा है कि कनाडा को साल 2026 तक पहला एफ-35 फाइटर जेट मिल जाएगा। साल 2032 से 2034 तक कनाडा को सभी विमान मिल जाएंगे। डील के मुताबिक एक फाइटर कनाडा को 8 करोड़ 50 लाख डॉलर का पड़ेगा।
इस बीच फाइटर जेट को लेकर विवाद भी हो रहा है। कहा जा रहा है कि कनाडा को विमानों के अंतिम जीवनकाल तक 52 अरब डॉलर खर्च करना पड़ेगा। विरोधियों का कहना है कि कनाडा अपनी रोजमर्रा की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रहा है। इसके बाद भी ट्रूडो सरकार अमेरिकी फाइटर जेट पर पैसा उड़ाने जा रही है। बता दें कि इससे पहले चीन के राष्ट्रपति ने कनाडा की पीएम को जमकर सुना दिया था। दोनों ही देशों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। यही नहीं रूसी फाइटर जेट भी अक्सर कनाडा की सीमा के पास गरजते रहते हैं। माना जा रहा है कि इसी खतरे को देखते हुए कनाडा एफ-35 डील की ओर बढ़ रहा है।