भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 20 जुलाई से त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला जाएगा। टीम इंडिया ने पहला मुकाबला पारी और 141 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस सीरीज के लिए टीम इंडिया में कई बदलाव किए गए हैं। इसके लिए चेतेश्वर पुजारा जैसे सीनियर खिलाड़ी को टीम से बाहर किया गया है। वहीं उनकी जगह शुभमन गिल को नंबर तीन की अहम पोजीशन सौंपी गई है। हालांकि, पहले टेस्ट में शुभमन खुद को साबित नहीं कर सके थे। लेकिन टीम इंडिया के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ के बयान ने साफ कर दिया है कि पुजारा की वापसी अब मुश्किल हो गई है।
विक्रम राठौड़ ने शुभमन गिल का बचाव किया और कहा कि अभी उन्हें खुद को नंबर तीन पर स्थापित करने के लिए पर्याप्त मौके दिए जाने चाहिए। चेतेश्वर पुजारा ने दलीप ट्रॉफी में भी एक शतकीय पारी के अलावा हर पारी में निराश किया। डोमेस्टिक सर्किट में तो उनका प्रदर्शन अच्छा रहता है लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर पिछले कुछ सालों से वह फ्लॉप साबित हुए हैं। टीम इंडिया को इस साल अब दिसंबर में सीधे साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। गिल को लेकर राठौड़ के बयान से उनकी इस सीरीज में भी वापसी की राह मुश्किल लगने लगी है।
Cheteshwar Pujara
क्या बोले विक्रम राठौड़?
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच ने गिल को लेकर कहा कि, शुभमन गिल में बहुत क्षमता है और वह अन्य फॉर्मेट में भी उस क्षमता को दिखा चुके हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी रन बनाए हैं। कभी-कभी किसी स्पेशल रोल में ढलने के लिए थोड़ा समय लग सकता है और वह समय ले रहे हैं। उनके पास बहुत समय है। वह समय ले रहे हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि उनकी मेहनत में कोई कमी नहीं है। वह चीजों पर काम कर रहे हैं। क्षमता के साथ-साथ उनके पास धैर्य भी है जो किसी को बड़ा खिलाड़ी बनाता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह लंबे समय तक तीनों फॉर्मेट में खेलेंगे।
Shubman Gill
यशस्वी को लेकर भी राठौड़ ने कहा कि, मैं पहले चयनकर्ता भी रह चुका हूं इसलिए जब भी आप किसी खिलाड़ी को चुनें तो आपको उसे इस इरादे से चुनना चाहिए कि वह अगले 10 वर्षों तक भारत के लिए खेलेगा। यशस्वी में निश्चित रूप से क्षमता है। इससे यह साफ है कि साल के अंत में यशस्वी की जगह में कोई बदलाव शायद नहीं होगा, वहीं गिल को नंबर 3 के लिए तैयार किया जा रहा है। विराट कोहली नंबर चार पर खेलते हैं और अजिंक्य रहाणे को लेकर उन्होंने साफ कर दिया है कि टीम को उनकी जरूरत है। ऐसे में पुजारा के लिए अब मामला मुश्किल लगने लगा है। देखना होगा कि क्या अगली टेस्ट सीरीज में कोई बदलाव होता है और पुजारा वापसी कर पाते हैं, या फिर अब टीम मैनेजमेंट ने उनसे आगे बढ़ने का मन बना लिया है।