Home National जदयू-राजद में भ्रम, विपक्षी मिलकर लड़ते, तब भी यही परिणाम होते- सुशील मोदी

जदयू-राजद में भ्रम, विपक्षी मिलकर लड़ते, तब भी यही परिणाम होते- सुशील मोदी

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जदयू-राजद में भ्रम, विपक्षी मिलकर लड़ते, तब भी यही परिणाम होते- सुशील मोदी

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बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार विजय और कांग्रेस की पराजय को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा.

sushil kumar modi

विपक्षी मिलकर लड़ते, तब भी यही परिणाम होते- सुशील मोदी (Photo Credit: फाइल फोटो)

highlights

  • सुशील मोदी का बड़ा बयान
  • कहा- जदयू-राजद में भ्रम
  • साथ मिलकर भी लड़ते तो हार जाते

Patna:  

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार विजय और कांग्रेस की पराजय को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा. सुशील मोदी ने कहा कि यदि इंडी गठबंधन के सभी दल मिल कर चुनाव लड़ते, तब भी यही परिणाम आते. सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति, नीयत और गारंटी पर देश की जनता का इतना मजबूत भरोसा है कि 2024 में प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार मोदी सरकार तय है. आगे उन्होंने कहा कि जदयू,राजद, सपा इस भ्रम में बिल्कुल ना रहें कि वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव परिणाम पर कोई असर डाल पाते. 

– 2024 में प्रचंड बहुमत से होगी केंद्र में वापसी,तीसरी बार- मोदी सरकार 
– कांग्रेस ने तीनों हिंदी प्रदेशों में बोझ बने दलों से दूरी बना कर बुद्धिमानी की 
– अब देश के 28 में से  12 राज्यों में अकेले भाजपा की सरकार
– तेलंगाना में मिले 14 फीसद वोट, पार्टी की सीट 1 से 8 हुई 

कांग्रेस यदि इनको साथ लेती, तो उसकी स्थिति और खराब होती. कांग्रेस ने तीन हिंदी प्रदेशों में बोझ बनने वाले दलों से दूरी बना कर बुद्धिमानी ही की. आगे मोदी ने कहा कि जदयू ने मध्य प्रदेश में 10 उम्मीदवार खड़े कर और उन सबकी जमानत जब्त करा कर देख लिया कि बिहार के बाहर उनकी हैसियत एक सीट जीतने की भी नहीं है, लेकिन किसी को बड़बोले दावे करने और दिन में सपने देखने से तो कोई रोक नहीं सकता. 

28 में से 12 राज्यों में भाजपा की सरकार
     
आगे सुशील मोदी ने कहा कि 28 में से 12 राज्यों में अब अकेले भाजपा की सरकार है. देश की 41 फीसदी आबादी पर पार्टी का शासन है, जबकि कांग्रेस हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना, बस तीन राज्यों में सिमट गई है. देश पर 55 साल तक एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस का शासन केवल 8.51 फीसद आबादी पर बचा है. तेलंगाना में भाजपा की सीट एक से बढ कर आठ हो गई. वहां 14 फीसद वोट शेयर के साथ सीटों में 8 गुना वृद्धि कोई छोटी सफलता नहीं है. 




First Published : 04 Dec 2023, 07:12:35 PM






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