Why medicines packed in aluminium foil: खाना पैक करने के लिए एल्युमिनियम फॉयल खतरनाक माना जाता है, लेकिन दवाओं को फिर क्यों इसमें पैक किया जाता है? हेल्थ एक्सपर्ट्स का तो यही मानना है कि एल्युमिनियम फॉयल में खाना पैक करने से केमिकल रिएक्शन होते हैं, जो आपकी शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है. आइए जानते हैं कि आखिर दवा को पैक करने पर यह साइड अफेक्ट क्यों नहीं होता…
फार्मास्युटिकल टेक्नोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक, एल्युमिनियम से पैकेजिंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. दवाओं की पैकेजिंग में एल्युमीनियम का उपयोग कई कारणों से किया जाता है. एल्युमीनियम दवाओं को पर्यावरणीय कारकों और मानव संपर्क से बचाता है.
एल्युमीनियम अपने असाधारण गुणों के कारण दवा पैकेजिंग के लिए आदर्श सामग्री है. यह किसी भी चीज पर जंग लगने से बचाता है. अगर दवाओं की पैकेजिंग इसमें नहीं होगी तो ह्यूमिडिटी और तापमान में उतार-चढ़ाव के वजह से दवाएं खराब हो सकती हैं. इसीलिए एल्यूमीनियम को फार्मास्युटिकल पैकेजिंग के लिए अत्यधिक कुशल बनाता है. फार्मास्युटिकल पैकेजिंग में एल्युमीनियम एक भरोसेमंद सामग्री के रूप में है. यह दवाओं की शेल्फ लाइफ को बढ़ा देती है, इसके अलावा उनकी गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है.
दवाओं की पैकेजिंग के लिए एल्युमिनियम फॉयल सेफ है. लेकिन खाना पैक करने में उतनी नहीं. ध्यान रखने वाली बात यह है कि एल्युमिनियम फॉयल में अम्लीय पादार्थों को भूलकर भी पैक नहीं करना चाहिए. खासतौर पर टमाटर से बनी चटनी, सिट्रिक फल जैसे फूड्स को. दरअसल, ये चीजें पैक करने से जल्दी खराब हो सकती हैं. इसके अलावा, इनका केमिकल बैलेंस भी बिगड़ जाता है, जो आपके शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.
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FIRST PUBLISHED : January 14, 2024, 12:57 IST