Home Life Style जयपुर की अनोखी गली! 60 वर्षों से महक रही है नमकीन की खुशबू, मिलती हैं 100 से अधिक वैरायटी

जयपुर की अनोखी गली! 60 वर्षों से महक रही है नमकीन की खुशबू, मिलती हैं 100 से अधिक वैरायटी

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जयपुर की अनोखी गली! 60 वर्षों से महक रही है नमकीन की खुशबू, मिलती हैं 100 से अधिक वैरायटी

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जयपुर. राजधानी जयपुर ऐतिहासिक किले-महलो के साथ-साथ अपनी खास जायके के लिए भी जाना जाता है. इसलिए, यहां के बाजारों में सुबह से शाम तक भीड़ लगी रहती है. इन बाजारों की छोटी-छोटी गलियों में स्थित खास स्वाद का जायका उनकी खरीदारी में चार चांद लगा देता है. जयपुर के चारदीवारी बाजार के अंदर स्थित छोटी सकड़ी गलियां, जहां मीठे, तीखे और चटपटे स्वाद की खुशबू लोगों को इन जायकों को चखने के लिए मजबूर कर देती है. चारदीवारी बाजार के चौड़ा रास्ता स्थित अनोखी गली, जहां एक चटपटी और तीखे स्वाद की नमकीन लोगों को यहां तक खींच लाती है. इस गली में हर दुकान पर नमकीन और स्नैक्स का खास जायका मिलता है, जिसके लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. इसलिए, इस गली का नाम ही ‘नमकीन वाली गली’ के नाम से प्रसिद्ध है.

लोकल 18 ने नमकीन वाली गली पहुंचकर यहां के नमकीन व्यापारियों और हलवाइयों से बात की. उन्होंने बताया कि यह गली अपनी खास नमकीनों के लिए ही फेमस है. गली में प्रवेश करते ही चटपटे और तीखे स्वाद की खुशबू लोगों को नमकीन खरीदने के लिए मजबूर कर देती है. व्यापारियों ने बताया कि यहां कि नमकीन की सभी दुकानें 60 सालों से भी अधिक पुरानी है, इसलिए उन दुकानों पर नमकीन का जो स्वाद यहां तैयार होता है, वैसा लोगों को हर जगह नहीं मिलता. यही वजह है कि लोग दूर-दूर से खरीदने के लिए ही आते हैं.

एक ही नाम से है कई दुकानें

नमकीन वाली गली की खास बात यह है कि यहां नमकीन के ब्रांड का खास नाम ‘शंकर नमकीन भंडार’ की सबसे ज्यादा दुकानें हैं. स्थानीय और पुराने समय के लोग बताते हैं कि सबसे पहले गली में शंकर नमकीन भंडार पर नमकीन के जायके की शुरुआत हुई थी, जिसके बाद यहां लगातार लोगों ने नमकीन बनाने का काम शुरू किया. इसलिए, ज्यादातर दुकानों पर शंकर नमकीन भंडार का नाम ही देखने को मिलता है. इसका एक कारण यह भी है कि इस नाम और स्वाद का ग्राहकों पर ज्यादा भरोसा है. लोकल 18 ने मार्केट में शंकर नमकीन की असली दुकान और जायके के बारे में बात की तो पीयूष कुमार ने बताया कि गली में सबसे पहले नमकीन की शुरुआत उनके दादा जी कल्याण सहाय ने की थी. जिसके बाद शंकर का नाम नमकीन के साथ जुड़ा और आज तक जुड़ा हुआ है. आज भी उनकी तीसरी पीढ़ी इस नमकीन के कारोबार को आगे बढ़ा रही है.

कैसे बनती है फेमस नमकीन

नमकीन वाली गली में हर दिन दुकानों पर सुबह से शाम तक नमकीन बनाने, पैकिंग और बिक्री का काम चलता रहता है. यहां नमकीन के स्वाद के लिए सबसे खास बात यह है कि 100 से ज्यादा प्रकार की वैरायटी हैं, जिनमें मिक्स नमकीन, लहसुन की नमकीन, गुजराती नमकीन, इंदौरी नमकीन, मूंगफली नमकीन जैसी हर स्वादिष्ट नमकीनों की कीमत 260 रुपये किलो है. इसके अलावा कुछ खास ड्राईफ्रूट्स की नमकीन जिनकी कीमत 320 रुपये किलो है. यहां के व्यापारियों में नमकीन के स्वाद को लेकर प्रतिस्पर्धा रहती है. सभी की अपनी-अपनी रेसिपी और सीक्रेट मसाले हैं, जिससे वे नमकीन तैयार करते हैं. सभी दुकानदार शुद्ध मूंगफली के तेल और घर के शुद्ध पीसे हुए मसालों से नमकीन तैयार करते हैं, जिससे सभी का स्वाद बेहतरीन होता है.

लाखों में होता है नमकीन का कारोबार

छोटी सी गली में बनने वाले नमकीन की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है. स्थानीय नमकीन व्यापारी बताते हैं कि सालभर यहां नमकीन की भयंकर डिमांड रहती है. शादियों और त्योहारी सीजन में यहां एक दिन में लाखों का कारोबार होता है. जयपुर घूमने आए पर्यटक भी नमकीन का स्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं. इसलिए, हर दिन नमकीन वाली गली में सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक लोगों की भीड़ उमड़ी रहती है. गली में सिर्फ नमकीन के व्यापार की छोटी-छोटी दुकानें हैं, लेकिन ज्यादातर बड़े स्तर पर नमकीन बनाने का काम व्यापारी अपने घरों और कारखानों में करते हैं, क्योंकि यहां इतनी जगह नहीं है, इसलिए बस कुछ दुकानों पर ही नमकीन तैयार होती है.

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